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Tuesday, October 22, 2024
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HomeLocal NewsGumlaगुमला में ‘‘पुलिस संस्मरण दिवस’’ पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि

गुमला में ‘‘पुलिस संस्मरण दिवस’’ पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि

शहीद स्मारक पर आयोजित हुआ कार्यक्रम, पुलिस अधीक्षक ने परिजनों से की मुलाकात

गुमला: आज दिनांक 21 अक्टूबर 2024 को गुमला जिला मुख्यालय में ‘‘पुलिस संस्मरण दिवस’’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने पुलिस केंद्र स्थित शहीद स्मारक पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस भावपूर्ण कार्यक्रम में जिले के अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मियों ने भी शहीदों को नमन किया और उनके अदम्य साहस और बलिदान को याद किया।

शहीदों के परिवारों से मुलाकात

पुलिस संस्मरण दिवस के अवसर पर, गुमला पुलिस ने उन सभी पुलिसकर्मियों को याद किया जो अपनी जान की परवाह किए बिना समाज की रक्षा में शहीद हुए। शहीदों के परिजन इस मौके पर उपस्थित थे और उन्हें विशेष सम्मान दिया गया। पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने व्यक्तिगत रूप से शहीदों के परिवारों से मुलाकात की और उनके परिवारिक मामलों और समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस प्रशासन शहीदों के परिजनों की हरसंभव मदद करेगा और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

श्रद्धांजलि अर्पण: शहीदों को याद करने का अवसर

इस अवसर पर पुलिस स्मारक पर शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नामों का जिक्र किया गया और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया गया। जिन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, उनमें निम्नलिखित पुलिसकर्मी शामिल थे:

  1. आ0 354 बिरेन्द्र कुमार सिंह
  2. आ0 480 परमा यादव
  3. आ0 246 अजय कुमार सिंह
  4. आ0 337 आलोक कुमार राय
  5. आ0 533 सुरेन्द्र नाथ स्वांसी
  6. चालक आ0 293 प्रकाश मिंज
  7. हवलदार ओम प्रकाश सिंह
  8. स0अ0नि0 श्याम किशोर सिंह
  9. स0अ0नि0 क्रिस्टोफर मिंज
  10. पु0अ0नि0 गोपाल सिंह

इन वीर जवानों की शहादत को न केवल पुलिस विभाग ने बल्कि समाज ने भी सम्मानपूर्वक याद किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मियों ने सामूहिक रूप से शहीदों के प्रति नमन करते हुए उनके बलिदान को स्मरण किया।

शहीदों के परिवारों के साथ संवाद और सहयोग

पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने शहीदों के परिवारों से बारी-बारी से मुलाकात की और उनके परिवारिक मामलों से रूबरू हुए। उन्होंने शहीदों के परिजनों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान, शहीदों के परिवारों ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और पुलिस प्रशासन की ओर से मिल रहे सहयोग के प्रति आभार जताया।

गुमला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेश प्रसाद यादव और चैनपुर के परिविक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर, पुलिस विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी, थाना प्रभारी, और पुलिस कर्मी उपस्थित थे।

शहीदों की याद में समर्पण और कर्तव्य

पुलिस संस्मरण दिवस का आयोजन न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए किया गया था, बल्कि यह उनके द्वारा दिखाए गए साहस और समर्पण को भी स्मरण करने का दिन था। पुलिस अधीक्षक ने इस मौके पर कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर समाज की सुरक्षा की है और उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी हमेशा समाज की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं, चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों।

पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने कहा, “आज हम उन पुलिसकर्मियों को याद कर रहे हैं जिन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति वफादारी दिखाते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी। उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा कि हम अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी निष्ठा और साहस के साथ करें।”

शहीद स्मारक का महत्व

शहीद स्मारक पर आयोजित इस कार्यक्रम ने उन पुलिसकर्मियों की स्मृति को ताजा किया जो समाज की सुरक्षा और शांति के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर चुके हैं। यह स्मारक न केवल उनके अदम्य साहस की याद दिलाता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है। इस स्मारक का उद्देश्य उन सभी को सम्मानित करना है जो देश और समाज की रक्षा के लिए बलिदान देते हैं।

शहीदों की याद में आयोजित यह कार्यक्रम पुलिस विभाग के सभी कर्मियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत था, जिससे उन्हें अपने कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक निभाने की सीख मिलती है। यह कार्यक्रम उनके लिए एक अवसर भी था कि वे शहीदों के परिवारों के प्रति अपना सम्मान प्रकट कर सकें और यह विश्वास दिला सकें कि पुलिस विभाग हमेशा उनके साथ खड़ा है।

शहीदों की शहादत को नमन

गुमला में आयोजित पुलिस संस्मरण दिवस ने शहीद पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद करते हुए यह संदेश दिया कि पुलिसकर्मियों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह दिन पुलिसकर्मियों के साहस, कर्तव्य और समर्पण की भावना को सलाम करने का दिन है।

इस अवसर पर गुमला पुलिस विभाग ने शहीदों के परिजनों को विश्वास दिलाया कि वे कभी अकेले नहीं हैं, पुलिस प्रशासन हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा। शहीदों के बलिदान को सम्मानित करना और उनके परिवारों की देखभाल करना पुलिस विभाग की जिम्मेदारी है, और यह जिम्मेदारी निष्ठा से निभाई जाएगी।

न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया 
एडिटेड – संजना कुमारी 
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