गुमला, झारखंड — आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त तरीके से संपन्न करने की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इसी संदर्भ में गुमला जिला मुख्यालय के पाॅलिटेक्निक काॅलेज में बनाए गए ईवीएम डिस्पैच सेंटर और रिसीविंग सेंटर का निरीक्षण किया गया। सिसई विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक प्रशांत शर्मा और गुमला विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक छोटे सिंह ने औचक निरीक्षण कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान, प्रेक्षकों ने चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासनिक तैयारियों और ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा का भी जायजा लिया।
ईवीएम डिस्पैच और रिसीविंग सेंटर: सुरक्षा और पारदर्शिता पर विशेष ध्यान
गुमला में ईवीएम डिस्पैच सेंटर और रिसीविंग सेंटर की व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए प्रेक्षकों ने सुनिश्चित किया कि चुनाव प्रक्रिया में उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और सुरक्षा बरती जाए। ईवीएम मशीनों को वेयरहाउस से डिस्पैच सेंटर तक सुरक्षित पहुंचाना और इनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन मशीनों के रख-रखाव में सीसीटीवी कैमरों से नजर रखना, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा, और निर्बाध बिजली आपूर्ति जैसी व्यवस्थाएँ भी की गई हैं। यह सभी कदम सुनिश्चित करते हैं कि मशीनों के संचालन में कोई गड़बड़ी न हो।
गुमला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह और कई अन्य उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में यह निरीक्षण हुआ। यह सुनिश्चित किया गया कि सुरक्षा उपायों में कोई भी कमी न हो और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्षता से पूरा किया जा सके।
चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता में वीवीपैट का महत्त्व
इस चुनाव में वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जो मतदाता को यह आश्वस्त करती है कि उनका वोट उसी उम्मीदवार को गया है जिसे उन्होंने चुना। ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का संयोजन निर्वाचन प्रक्रिया को और भी पारदर्शी बनाता है, जिससे मतदाता का भरोसा मजबूत होता है। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि वीवीपैट मशीनों की कमीशनिंग सही तरीके से हो और मशीनें सुचारु रूप से कार्य करें।
जिला प्रशासन और चुनाव आयोग ने वीवीपैट की गहन जांच और रख-रखाव की व्यवस्था की है, ताकि मतदान के दिन किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या न हो। प्रेक्षकों ने इस प्रक्रिया पर संतोष जताया और जिला प्रशासन की तैयारी की सराहना की।
मतदाताओं के अधिकार की रक्षा और उनकी सहभागिता का महत्व
मतदान प्रत्येक नागरिक का मूल अधिकार है, जो लोकतंत्र को मजबूत बनाता है। चुनावों में सभी नागरिकों की भागीदारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त करती है और एक पारदर्शी और जवाबदेह शासन का आधार बनती है। प्रशासन ने स्वतंत्र और सुरक्षित मतदान सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं को भयमुक्त वातावरण प्रदान करने का प्रण लिया है। सुरक्षा बलों की तैनाती और कड़ी निगरानी से यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी अप्रिय घटना चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके।
चुनाव के दौरान महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं भी सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि वे भी सहजता से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव की दिशा में प्रशासनिक कदम
निरीक्षण के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए कड़े कदम उठा रहा है। ईवीएम मशीनों की सुरक्षा, वीवीपैट की जाँच, और मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था—इन सभी ने यह दर्शाया है कि प्रशासन पूरी तत्परता से तैयार है। इस दौरान डीएसपी, एसएसबी कमांडेंट, और निर्वाचन विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने चुनाव से संबंधित तैयारियों की पुष्टि की।
गुमला पुलिस और प्रशासन के प्रयास से यह सुनिश्चित हो रहा है कि जनता को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मतदान का अवसर मिल सके। सभी उपाय यह सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं कि मतदान स्वतंत्र, निष्पक्ष और सुरक्षित हो।
लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अनिवार्य
चुनाव में मतदान करना न केवल हर नागरिक का अधिकार है, बल्कि यह लोकतंत्र को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी भी है। आगामी विधानसभा चुनाव में, गुमला के मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिलेगा। चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों को संरक्षित करने का सबसे प्रभावी तरीका है।
इस बार का चुनाव झारखंड के भविष्य को तय करने में अहम भूमिका निभाएगा, इसलिए हर मतदाता को अपने अधिकार का सही प्रयोग करना चाहिए और लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाना चाहिए।