गुमला जिले में आगामी छठ महापर्व को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद क्षेत्र के प्रमुख तालाबों की सफाई का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। नगर परिषद के प्रशासक सार्जेन मरांडी ने बताया कि चार प्रमुख छठ तालाबों, भट्ठी तालाब, वन तालाब, मुरली बगीचा तालाब, और चेटर तालाब में साफ-सफाई, बैरिकेडिंग और अन्य जरूरी कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं।
इस पहल का उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के छठ पूजा संपन्न कर सकें और छठ घाट पर स्वच्छता का माहौल बना रहे।
छठ महापर्व पर तालाबों की सफाई और बैरिकेडिंग की व्यवस्था
गुमला नगर परिषद ने इस साल छठ पूजा की तैयारी में खासतौर पर तालाबों की सफाई और सुरक्षा का ध्यान रखा है। भट्ठी तालाब, वन तालाब, मुरली बगीचा तालाब और चेटर तालाब की नियमित सफाई के साथ-साथ बैरिकेडिंग का काम भी तेजी से हो रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
प्रशासक सार्जेन मरांडी के अनुसार, सफाई और सुरक्षा कार्य अगले दो दिनों में पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे। छठ महापर्व के दौरान तालाबों पर श्रद्धालुओं की भीड़ होती है, इसलिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि तालाबों के चारों ओर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम हो।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम और प्रशासन की अपील
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने छठ घाटों पर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, और उचित प्रकाश व्यवस्था का इंतजाम किया है। इसके अलावा, तालाबों के पास मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध होगी ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता दी जा सके।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पर्व के दौरान स्वच्छता का पालन करें और तालाब में किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाएं। सभी से निवेदन किया गया है कि प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करें और त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाएं।
छठ पूजा के दौरान आचार संहिता का पालन अनिवार्य
चूंकि गुमला जिले में विधानसभा चुनाव भी नजदीक हैं, इसलिए आचार संहिता लागू है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि छठ महापर्व के दौरान आदर्श आचार संहिता का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। पूजा स्थल पर किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि पर पाबंदी होगी।
सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे इस धार्मिक आयोजन को स्वच्छ और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करें और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचें।
छठ महापर्व की महत्ता और प्रशासन की तैयारी
छठ महापर्व झारखंड में विशेष रूप से मनाया जाने वाला पर्व है, जिसमें श्रद्धालु उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस महापर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु तालाबों के किनारे इकट्ठा होते हैं।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए सभी व्यवस्थाएं की हैं। इसके साथ ही तालाबों पर भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की जाएगी।
गुमला नगर परिषद की स्वच्छता और सुरक्षा की प्रतिबद्धता
गुमला नगर परिषद ने छठ पूजा के इस महापर्व को सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया है। तालाबों की सफाई के साथ-साथ, नागरिकों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कमी न रहे, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
प्रशासन का मानना है कि इस तरह की तैयारियां न केवल छठ महापर्व को सुचारु रूप से आयोजित करने में मदद करती हैं, बल्कि नागरिकों के बीच साफ-सफाई और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती हैं।
श्रद्धालुओं से प्रशासन का सहयोग अपेक्षित
गुमला जिले के सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और छठ महापर्व को स्वच्छ और सुरक्षित तरीके से मनाएं। प्रशासन ने छठ पूजा के सभी पहलुओं का ध्यान रखते हुए पूरी तैयारी कर ली है, और नागरिकों के सहयोग से यह पर्व सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सकेगा।