गुमला जिले के जारी प्रखंड स्थित गोविंदपुर चेक पोस्ट पर चुनाव आयोग के जनरल ऑब्जर्वर द्वारा सोमवार को एक औचक निरीक्षण किया गया। झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित इस चेक पोस्ट पर चुनावी प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण दौरा किया गया। निरीक्षण के दौरान, ऑब्जर्वर ने वाहनों की जांच प्रक्रिया की बारीकी से समीक्षा की और सुरक्षा में तैनात अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
गोविंदपुर चेक पोस्ट पर गहन जांच के निर्देश
जनरल ऑब्जर्वर ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सीमा से गुजरने वाले हर वाहन की नियमित रूप से गहन जांच करें। ऑब्जर्वर ने इस बात पर जोर दिया कि चुनावी माहौल में किसी भी प्रकार की अवैध सामग्री, नगदी या अवांछित वस्तु की आवाजाही न हो, इसके लिए चौबीसों घंटे सघन निगरानी की आवश्यकता है।
ड्यूटी रोस्टर की समीक्षा करते हुए, ऑब्जर्वर ने सुनिश्चित किया कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती हर समय सुचारू रूप से हो, ताकि सुरक्षा प्रक्रिया में कोई कमी न रह जाए।
दैनिक रजिस्टर और ड्यूटी रोस्टर की जांच
चेक पोस्ट पर निरीक्षण के दौरान, जनरल ऑब्जर्वर ने दैनिक रजिस्टर की भी जांच की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रजिस्टर में हर वाहन के प्रवेश और निकास की जानकारी दर्ज होनी चाहिए, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके। ऑब्जर्वर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कर्तव्यों का पालन सख्ती से करें और किसी भी लापरवाही को नजरअंदाज न करें।
जारी प्रखंड के बीडीओ यादव बैठा और थाना प्रभारी आदित्य कुमार सिंह ने जानकारी दी कि चेक पोस्ट पर वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है और अब तक कोई भी अवैध वस्तु या नगदी बरामद नहीं हुई है।
झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा की अहमियत
गोविंदपुर चेक पोस्ट झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है। ऐसे में चुनावी माहौल में यह चेक पोस्ट एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बिंदु बन जाता है। सीमा क्षेत्र होने के कारण यहां से अवैध वस्तुओं की तस्करी की संभावना बढ़ जाती है, जिसे देखते हुए चुनाव आयोग ने चेक पोस्ट पर कड़ी सुरक्षा के निर्देश जारी किए हैं।
जनरल ऑब्जर्वर ने चेक पोस्ट पर उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वे सभी गाड़ियों की जांच के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि हर वाहन का निरीक्षण समयबद्ध तरीके से हो, जिससे यातायात पर भी किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
चुनावी प्रक्रिया में सुरक्षा की अनिवार्यता
चुनाव के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का प्रमुख उद्देश्य है, और इसी क्रम में जनरल ऑब्जर्वर ने गोविंदपुर चेक पोस्ट पर यह निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह था कि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके। वाहनों की जांच और निगरानी से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को अंजाम न दिया जा सके।
ऑब्जर्वर ने यह भी निर्देश दिया कि यदि किसी संदिग्ध वाहन या व्यक्ति का पता चलता है, तो उसे तुरंत रोककर जांच की जाए और उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट किया जाए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
चेक पोस्ट पर अधिकारियों की सख्त निगरानी और निर्देश
निरीक्षण के अंत में, जनरल ऑब्जर्वर ने उपस्थित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और सतर्कता के साथ निभाएं। उन्होंने कहा कि सभी चेक पोस्ट पर हर समय चौकसी होनी चाहिए और चुनाव तक कोई भी संदिग्ध गतिविधि न होने पाए।
इस प्रकार की निगरानी से यह सुनिश्चित होगा कि चुनावी माहौल शांतिपूर्ण रहे और मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। साथ ही, अधिकारी नियमित अंतराल पर निरीक्षण जारी रखें ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
लोकतंत्र की सुरक्षा में चुनाव आयोग की सख्त भूमिका
चुनाव आयोग का यह निरीक्षण दौरा यह दिखाता है कि आयोग चुनावी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर और सख्त है। गोविंदपुर चेक पोस्ट पर जनरल ऑब्जर्वर की उपस्थिति ने सुरक्षा प्रक्रिया को और भी मजबूत बना दिया है। अधिकारियों से अपील है कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और चुनाव को सफल और निष्पक्ष बनाने में अपना योगदान दें।
लोकतंत्र की सुरक्षा और शांति बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है, और चुनाव आयोग का यह कदम इसी दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया
Edited – Sanjana Kumari