गुमला – झारखंड के गुमला जिले में आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के लिए नागरिकों में मतदाता जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) गतिविधि के तहत एक अनोखे नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य था कि अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार के प्रति जागरूक हों और चुनाव में भाग लें। नुक्कड़ नाटक को स्थानीय कुड़ुक भाषा में प्रस्तुत किया गया, जिससे यह स्थानीय समुदाय में एक सशक्त संदेश पहुँचा सका।
मतदाता जागरूकता के लिए कुड़ुक भाषा में अनूठा प्रयास
स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता अभियान को गुमला जिले के डेली मार्केट क्षेत्र में कुड़ुक भाषा में प्रस्तुत किया गया। कुड़ुक भाषा, जो स्थानीय समुदाय में प्रचलित है, में नाटक प्रस्तुत करने का उद्देश्य था कि लोग अधिक से अधिक जुड़ाव महसूस कर सकें। नाटक का आयोजन कार्तिक उरांव कॉलेज के कुड़ुक विभाग द्वारा किया गया और स्थानीय युवाओं ने इसमें भाग लेकर संदेश को जीवंत बना दिया।
कुड़ुक भाषा में नुक्कड़ नाटक को सैंकड़ों लोगों ने देखा और इसमें प्रस्तुत प्रेरक नारों ने लोगों के बीच चुनाव में भागीदारी का उत्साह बढ़ाया। गुमला के नागरिकों से यह अपील की गई कि वे किसी भी तरह के प्रलोभन से दूर रहकर अपने मताधिकार का उपयोग करें और अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्थानीय समुदाय तक पहुँचा संदेश
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्थानीय समुदाय तक यह संदेश पहुँचाने का प्रयास किया गया कि लोकतंत्र में हर एक वोट महत्वपूर्ण है। नाटक के दौरान अभिनेता विभिन्न दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे, जिनमें यह दिखाया गया कि कैसे एक वोट लोकतंत्र की मजबूती में योगदान दे सकता है। साथ ही, बुजुर्ग, दिव्यांग और युवा मतदाताओं को अपने अधिकारों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
अभियान का उद्देश्य उन लोगों को भी जागरूक करना था, जो पहली बार मतदान कर रहे हैं। गुमला जिले के नागरिकों ने इस आयोजन में भाग लेते हुए नाटक का पूरा आनंद लिया और इसका सकारात्मक प्रभाव दिखा, जिससे लोगों के बीच मतदान का महत्व स्पष्ट हुआ।
मतदाताओं को मतदान का संकल्प दिलाया गया
नुक्कड़ नाटक के अंत में स्वीप कोषांग के अधिकारी और कॉलेज के कर्मचारी उपस्थित जनसमुदाय को मतदान करने का संकल्प दिलाने के लिए आगे आए। मतदाताओं ने मिलकर शपथ ली कि वे अपनी स्वतंत्र और निष्पक्ष राय का प्रयोग करते हुए मतदान करेंगे। साथ ही यह भी संकल्प लिया कि वे किसी भी प्रकार के प्रलोभन में नहीं आएंगे और अपने मताधिकार का सही उपयोग करेंगे।
यह शपथ लोगों को इस बात के प्रति जागरूक करने में सहायक रही कि मतदान केवल एक अधिकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी भी है। इस कार्यक्रम के दौरान मौजूद स्वीप अधिकारियों ने जोर दिया कि हर व्यक्ति का वोट महत्वपूर्ण है और सभी को इसका प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन
नाटक के माध्यम से विशेष रूप से दिव्यांग मतदाताओं को भी मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। नाटक में दृश्य ऐसे तैयार किए गए थे, जो दिखाते थे कि कैसे हर व्यक्ति का वोट लोकतंत्र में एक समान प्रभाव रखता है। दिव्यांग मतदाताओं के समर्थन में यह संदेश दिया गया कि वे चुनावी प्रक्रिया में भाग लेकर अपने अधिकार का प्रयोग करें और अपने समुदाय में अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।
गुमला में स्वीप कार्यक्रम का प्रभाव
इस आयोजन के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि गुमला जिले में स्वीप कार्यक्रम द्वारा चलाए गए विभिन्न अभियानों का सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय भाषा में नुक्कड़ नाटक जैसे अनोखे प्रयास लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक कर रहे हैं और यह संदेश दे रहे हैं कि चुनाव में भाग लेना एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है।
स्वीप अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के आयोजन से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं में जागरूकता बढ़ रही है और लोग अधिक सक्रियता से चुनावी प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।
हर वोट का महत्व, लोकतंत्र का आधार
गुमला जिले में आयोजित यह नुक्कड़ नाटक केवल मनोरंजन का साधन नहीं था, बल्कि यह एक सशक्त माध्यम था, जिससे लोगों में अपने मताधिकार के प्रति जागरूकता उत्पन्न की गई। इस कार्यक्रम ने स्थानीय नागरिकों को यह समझने में सहायता की कि हर वोट महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इस तरह के प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। गुमला के नागरिकों को यह संदेश दिया गया है कि वे अपने अधिकार का उपयोग करें और निष्पक्ष, स्वतंत्र चुनाव को सफल बनाएं। अगर आप भी गुमला के नागरिक हैं, तो बिना किसी प्रलोभन में आए अपने मत का प्रयोग करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।