विनोबा भावे विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर कला एवं संस्कृति समिति के तत्वावधान में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने अपने विचारों से मंच पर ऊर्जा भर दी।
प्रतियोगिता का विषय था “विकसित भारत में युवाओं की भूमिका”, जो युवाओं की जिम्मेदारियों और उनके योगदान पर केंद्रित था। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों से 19 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
अदिति पांडे बनी विजेता
इस प्रतियोगिता में शिक्षाशास्त्र विभाग की अदिति पांडे ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने विभाग का नाम रोशन किया।
- द्वितीय स्थान:
इसी विभाग की वीणा कुमारी ने दूसरा स्थान हासिल किया। - तृतीय स्थान:
हिंदी विभाग की अंजली कुमारी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
प्रतिभागियों ने विषय पर अपने दृष्टिकोण को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिसे निर्णायकों ने सराहा।
निर्णायकों की भूमिका
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शामिल थे:
- डॉ. एस. ज़ेड. हक:
उर्दू विभाग के अध्यक्ष। - डॉ. नवीन चंद्र:
भौतिक विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक। - डॉ. अमिता कुमारी:
शिक्षाशास्त्र विभाग की प्राध्यापक।
निर्णायकों ने छात्रों के प्रस्तुतीकरण, विषय की गहराई और तर्क क्षमता के आधार पर मूल्यांकन किया।
युवाओं के विचार: भारत के भविष्य की झलक
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य था युवाओं को प्रेरित करना ताकि वे विकसित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका समझें।
- विचारों की विविधता:
छात्रों ने अपने भाषण में शिक्षा, तकनीकी प्रगति, और नैतिकता के महत्व पर बल दिया। - प्रेरणादायक वक्तव्य:
अदिति पांडे ने कहा,“युवाओं का उद्देश्य केवल सपने देखना नहीं, बल्कि उन्हें साकार करना भी है। विकसित भारत का सपना हमारे प्रयासों से ही पूरा होगा।”
आगामी प्रतियोगिता: प्रश्नोत्तरी का आयोजन
भाषण प्रतियोगिता की सफलता के बाद अब 10 दिसंबर को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
- टीम संरचना:
प्रत्येक विभाग से तीन सदस्यीय दल को इसमें भाग लेने का अवसर मिलेगा। - पंजीकरण और संपर्क:
प्रतिभागी मंगलवार को इतिहास विभाग में डॉ. विकास कुमार से अपराह्न 2:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
प्रतिभा को मंच देने का प्रयास
विनोबा भावे विश्वविद्यालय की यह पहल छात्रों को अपने विचारों को व्यक्त करने का मंच प्रदान करती है।
ऐसी प्रतियोगिताएं न केवल युवाओं के कौशल को निखारती हैं, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास भी कराती हैं।
कॉल टू एक्शन:
यदि आप भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना चाहते हैं, तो अगले कार्यक्रम में हिस्सा लें। आपकी आवाज़ विकसित भारत की नींव है।
News – Vijay Chaudhary