झारखंड के हजारीबाग में डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड (डीसीबीएल) ने सामुदायिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए एक मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) सेवा शुरू की है। यह यूनिट दूरदराज के गांवों में पहुंचकर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी। इस पहल का उद्देश्य उन क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना है, जहां मेडिकल सेवाएं अब तक सीमित थीं।
इसके साथ ही, वॉकहार्ट फाउंडेशन के सहयोग से 100-दिवसीय तपेदिक (टीबी) जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है। यह अभियान टीबी के लक्षणों की शुरुआती पहचान और समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण समुदायों को जागरूक करेगा।
मोबाइल मेडिकल यूनिट: स्वास्थ्य सेवाएं अब आपके द्वार
डालमिया सीमेंट की यह मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) हजारीबाग के पांच गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी:
- पर्रा
- चहटी बरियातु
- नवाखाप
- गोपदा
- डुमरी
मुख्य सेवाएं:
- टीबी जागरूकता और जांच:
एमएमयू ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग करेगी और संभावित मरीजों को इलाज के लिए निर्देशित करेगी। - सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं:
नियमित जांच, दवाओं की उपलब्धता और प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। - डब्ल्यूएचओ के सहयोग से स्वास्थ्य जागरूकता:
इस पहल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञ भी सहयोग कर रहे हैं।
उद्घाटन समारोह:
एमएमयू का उद्घाटन हजारीबाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरयू प्रसाद सिंह और डब्ल्यूएचओ के सलाहकार डॉ. अरुण सेल्विन ने किया।
100-दिवसीय टीबी जागरूकता अभियान
डालमिया सीमेंट और वॉकहार्ट फाउंडेशन का यह अभियान ग्रामीण समुदायों में टीबी को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।
- उद्देश्य:
- टीबी के शुरुआती लक्षणों की पहचान।
- स्क्रीनिंग के जरिए मरीजों को समय पर इलाज।
- ग्रामीणों को टीबी से बचाव के उपाय सिखाना।
- लाभार्थी समूह:
विशेष रूप से कमजोर जनसंख्या जैसे वृद्ध, कुपोषित, मधुमेह के मरीज और धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों को लक्षित किया गया है। - जागरूकता के माध्यम:
गांवों में चिकित्सा शिविरों और जागरूकता सत्रों के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।
डालमिया सीमेंट: सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध
डालमिया सीमेंट न केवल निर्माण क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि सामुदायिक विकास और सतत प्रगति के लिए भी प्रतिबद्ध है।
श्री गणेश जिरकुंटवार, नेशनल मैन्युफैक्चरिंग हेड, डालमिया सीमेंट:
“हम मानते हैं कि स्वास्थ्य किसी भी समाज के विकास की नींव है। मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के माध्यम से हम दूरदराज के गांवों तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने और समय पर इलाज सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।”
प्रमुख प्रयास:
- ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार।
- सतत विकास के जरिए आत्मनिर्भर और सुदृढ़ समाज का निर्माण।
मोबाइल मेडिकल यूनिट: ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में बड़ा कदम
इस पहल से झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में उल्लेखनीय सुधार होगा।
- स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार:
जहां अब तक स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाती थीं, वहां अब एमएमयू के माध्यम से इलाज होगा। - बीमारियों का समय पर इलाज:
टीबी जैसे गंभीर रोगों के मरीजों की पहचान और उपचार में तेजी आएगी। - सामुदायिक सहभागिता:
स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों और समुदाय के बीच सहयोग और जागरूकता बढ़ेगी।
स्वस्थ समाज के निर्माण की ओर
डालमिया सीमेंट और वॉकहार्ट फाउंडेशन की यह पहल ग्रामीण स्वास्थ्य को नई दिशा देने की क्षमता रखती है। मोबाइल मेडिकल यूनिट और 100-दिवसीय टीबी जागरूकता अभियान से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के मामलों में कमी आएगी।
कॉल टू एक्शन:
यदि आपके समुदाय में कोई टीबी या स्वास्थ्य समस्या है, तो निकटतम मोबाइल मेडिकल यूनिट या स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
Muskan