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Sunday, December 22, 2024
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डायन बिसाही से जुड़े मामलों की रोकथाम को लेकर निदेशक किरण पासी की गुमला जिले में विशेष बैठक

गुमला : – गुमला जिला मुख्यालय में महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, रांची की निदेशक किरण पासी ने आज गुमला जिले का दौरा किया। इस अवसर पर डायन बिसाही से संबंधित मामलों की रोकथाम और जागरूकता के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, गुमला पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह, परियोजना निदेशक PDITDA रीना हांसदा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खान, हेल्थ फैलो मोनिका बाला, सहायक जिला जनसंपर्क पदाधिकारी एलीना दास, समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में निदेशक ने डायन बिसाही से संबंधित घटनाओं को रोकने और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक कार्ययोजना पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिया कि:
डोर टू डोर जागरूकता अभियान: आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं घर-घर जाकर डायन बिसाही के अंधविश्वास को खत्म करने के लिए लोगों को जागरूक करें।
शिक्षा विभाग की भूमिका: विद्यालयों में छात्रों के बीच डायन बिसाही से संबंधित मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाया जाए।
जनसंपर्क माध्यमों का उपयोग: नुक्कड़ नाटक, पोस्टर, बैनर, सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाए।
कानूनी जागरूकता: पुलिस प्रशासन द्वारा कानूनी पहलुओं पर जानकारी देकर नागरिकों को उनके अधिकारों और कानून की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए।
स्वास्थ्य परामर्श: स्वास्थ्य विभाग बीमारियों को लेकर काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को यह समझाए कि बीमारियों का वैज्ञानिक इलाज संभव है और भूत-प्रेत जैसी धारणाएं महज अंधविश्वास हैं।
निदेशक ने कहा, “डायन बिसाही जैसी कुरीतियां समाज पर गहरा आघात करती हैं। यह न केवल महिलाओं के प्रति अन्याय है, बल्कि समाज के विकास में भी बाधा है। इसे रोकना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने पारा शिक्षकों और अन्य विभागीय अधिकारियों को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का निर्देश दिया।
जिला उपायुक्त ने बताया कि डायन बिसाही की घटनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान कर उनकी जांच की जा रही है। उन्होंने शीघ्र ही एक जिला स्तरीय हेल्पलाइन नंबर जारी करने की घोषणा की, जिससे प्रभावित महिलाओं को त्वरित सहायता मिलेगी।
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि झाड़-फूंक करने वाले बाबाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है और उनकी प्रोफाइलिंग की जा रही है। उन्होंने थाना स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की भी बात कही।
बैठक से पूर्व  निदेशक ने जिले के विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर वहां की स्थिति का जायजा लिया।
नागरिकों से अपील:
जिला प्रशाशन की सभी नागरिकों से अपील  है कि वे डायन बिसाही जैसी कुप्रथाओं से दूर रहें और अंधविश्वास के खिलाफ एकजुट हों। किसी भी संदिग्ध घटना या उत्पीड़न के मामले में महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर संपर्क करें। समाज को इस कुरीति से मुक्त करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया 
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