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Thursday, January 9, 2025
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जिला कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक आयोजित: फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए चक्र की रणनीति पर हुई चर्चा

गुमला : –  फरवरी माह से प्रारंभ होने वाले  फाइलेरिया उन्मूलन अभियान (एमडीए चक्र) को सफल बनाने के उद्देश्य से गुमला उपायुक्त  कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में जिला कोऑर्डिनेशन कमिटी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया और जिले में 100% योग्य जनसंख्या को दवा खिलाने की रणनीति पर गहन चर्चा की गई।
अभियान की रणनीति:
उपायुक्त ने सभी विभागों को उनके दायित्व स्पष्ट करते हुए अभियान में सक्रिय योगदान देने के निर्देश दिए। बैठक में निम्नलिखित विभागों की प्रमुख भागीदारी सुनिश्चित की गई:
▪शिक्षा विभाग
▪समाज कल्याण विभाग
▪पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
▪खाद्य आपूर्ति विभाग
▪जिला कृषि विभाग
▪पंचायती राज विभाग
▪नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी
▪सूचना एवं जनसंपर्क विभाग,
▪जिला पशुपालन विभाग,
▪पीरामल फाउंडेशन गुमला
हाइड्रोसील और फाइलेरिया मरीजों के लिए विशेष निर्देश:
▪बैठक में उपायुक्त ने हाइड्रोसील मरीजों की सर्जरी सुनिश्चित करने और सभी फाइलेरिया मरीजों की लाइव सूची तैयार करने के निर्देश दिए।
▪फाइलेरिया से पीड़ित पात्र मरीजों का  दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
▪सभी CHC केंद्रों में हाइड्रोसील मरीजों के इलाज हेतु सप्ताह में समर्पित दिन तय किया जाएगा।
जागरूकता और प्रशिक्षण पर जोर:
उपायुक्त ने आंगनवाड़ी केंद्रों और प्रखंड स्तर पर सेविकाओं एवं सहियाओं को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान से जोड़ने और उन्हें उचित प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।
अभियान की योजना:
डिस्ट्रिक्ट लेवल मलेरिया कंसलटेंट, शर्मिला शर्मा, ने बताया कि जिले में कुल 3986 फाइलेरिया मरीज हैं, जिनमें से 1384 मरीज हाइड्रोसील से पीड़ित हैं। इन मरीजों की सर्जरी और इलाज को प्राथमिकता दी जा रही है। अभियान के तहत 10 फरवरी 2025 से एमडीए चक्र के माध्यम से दवा खिलाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
संकल्प:
सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने यह संकल्प लिया:
“हम सब यह संकल्प लेते हैं कि फाइलेरिया बीमारी को खत्म करने हेतु हम स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा 10 फरवरी 2025 से शुरू होने वाले एमडीए अभियान में घर-घर जाकर जो दवा खिलाई जाएगी, उसे स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सामने खाएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।”
अधिकारियों की भागीदारी:
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, ACMO, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
यह सामूहिक प्रयास जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी ने अपनी भूमिका को लेकर प्रतिबद्धता जताई और अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया 
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