गुमला – गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग तथा जिला बाल संरक्षण इकाई के अंतर्गत संचालित योजनाओं एवं कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पोषण ट्रैकर ऐप, वजन मापन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सैम एवं मैम बच्चों के उपचार, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, कन्यादान योजना, सेविका-सहायिका के रिक्त पदों और आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने पोषण ट्रैकर ऐप में शत-प्रतिशत डाटा एंट्री सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि नेटवर्क समस्या वाले क्षेत्रों में सप्ताह में दो दिन का समय निकालकर नेटवर्क वाले स्थानों से डाटा एंट्री सुनिश्चित की जाए। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में शत-प्रतिशत वजन मापन कराने के निर्देश भी दिए गए।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ पहुंचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उपायुक्त ने कहा कि इसके लिए नियमित रूप से आंगनबाड़ी सेविकाओं, महिला पर्यवेक्षिकाओं और सीडीपीओ के साथ बैठक आयोजित की जाए। सैम और मैम बच्चों के इलाज हेतु एमटीसी सेंटर में शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के अंतर्गत सभी लाभार्थी विद्यार्थियों का आधार से बैंक खाता लिंक कराने की बात कही गई। कन्यादान योजना में सुधार लाने और इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए गए।
नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए जमीन विवाद से संबंधित मामलों पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर इन विवादों का शीघ्र समाधान करने का निर्देश दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी, बिजली, और अन्य बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर जोर दिया गया।
जिला बाल संरक्षण इकाई की समीक्षा के दौरान ऑब्जर्वेशन होम में बिजली और पानी की समस्याओं के समाधान की बात कही गई। इसके अलावा, ओल्ड एज होम की स्थिति की भी समीक्षा की गई और सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकाएं, सीडीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने संबंधित योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू करने और नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया