हजारीबाग – विनोबा भावे विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग को 26 अनमोल पुस्तकें दान में प्राप्त हुईं, जो दिवंगत छात्र मनोरंजन के पुस्तक संग्रह का हिस्सा थीं। उनकी असमय मृत्यु के उपरांत, उनके परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए इन पुस्तकों को एम.एड. विभाग को दान कर दिया।
सरल, प्रतिभाशाली छात्र की याद में शिक्षकों और छात्रों की भावनात्मक प्रतिक्रिया
इस उदार एवं अनुकरणीय पहल की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग के निदेशक डॉ. के.के. गुप्ता, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं पूर्ववर्ती छात्र संघ के अध्यक्ष डॉ. मो. मंसूर आलम फाकरी, उपाध्यक्ष सह एम.एड. शिक्षिका डॉ. अमिता कुमारी, सचिव डॉ. सन्नी कुमार मेहता ने इसे समाज के लिए प्रेरणास्पद कार्य बताया।
सादे समारोह में शिक्षाशास्त्र विभाग को सौंपे गए पुस्तकें
17 फरवरी 2025 को शिक्षाशास्त्र विभाग के पुस्तकालय में आयोजित एक सादे समारोह में, दिवंगत छात्र की बहन ममता प्रमाणिक ने इन पुस्तकों को विश्वविद्यालय को भेंट किया। उनके इस योगदान के सम्मान में शिक्षाशास्त्र विभाग और पूर्ववर्ती छात्र संघ ने संयुक्त रूप से उन्हें ‘सराहना पत्र’ प्रदान किया।
मनोरंजन की अंतिम इच्छा बनी प्रेरणा
समारोह के दौरान विभागीय शिक्षकों ने मनोरंजन को एक शालीन और प्रतिभाशाली छात्र के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि अपनी अंतिम इच्छा के माध्यम से भी उन्होंने समाज को शिक्षा और ज्ञान की विरासत देने का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उपस्थित गणमान्य और शिक्षार्थी
इस अवसर पर शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तनवीर यूनूस, डॉ. मृत्युंजय प्रसाद, डॉ. विनीता बांकिरा, सुश्री शालिनी अवधिया, डॉ. कुमारी भारती, पुस्तकालय इंचार्ज रेखा पुष्पा लकड़ा एवं एम.एड. के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
ज्ञान के प्रति समर्पण का अनुकरणीय उदाहरण
मनोरंजन की यह शैक्षिक धरोहर उनके साथियों और आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनेगी। यह पहल सामाजिक सेवा और ज्ञान के प्रसार का एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जिससे अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
News – Vijay Chaudhary