खलारी/डकरा, 16 फरवरी : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना होने के पश्चात् मुख्य रूप से 4 शिक्षकों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दी गई। जिसमें नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) के तहत अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) की स्थापना युवा दिमाग में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने के साथ-साथ डिजाइन मानसिकता, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षा, भौतिक कंप्यूटिंग आदि जैसे नए युग के कौशल प्रदान करने के लिए की गई है। दिल्ली की कंपनी शिक्षक सॉल्यूशन के प्रशिक्षक आकाश सिंह ने विद्यालय के चार शिक्षकों में राजू सिंह, हेमंत कुमार यादव, हरीनंदन नोनिया और जिक्षु कुमार शर्मा को प्रशिक्षित किया।
इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य विद्यानंद झा ने अपने शब्दों में कहा कि अटल टिंकरिंग लैब, जो कि अटल इनोवेशन मिशन का हिस्सा है, एक अद्वितीय पहल है जिसमें सरकारी स्कूलो में नीति आयोग की सहायता से वर्कस्पेस बनाए जाते हैं ताकि स्कूली छात्रों में नवीनीकरण और उद्यमिता के भाव को उजागर किया जा सके। प्रशिक्षक ने बताया कि ‘अटल टिंकरिंग लैब’ के जरिए स्कूली बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में मदद मिलेगी। 21वीं शताब्दी में तकनीक का बड़ा महत्व है। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षेत्तर कर्मचारियों में बीरेंद्र झा, वीरेंद्र पाठक, रामनिवास पांडेय, मनोरंजन ओझा, रीता दास, राजेंद्र कामत, विजय प्रजापति, सिकंदर झा, जितेंद्र पांडेय, आनंद जयसवाल, नवीन सिंह, लक्ष्मण महतो, निकु वर्मन, ऋषिकेश सिंह, अजय मिश्रा, राजेश वर्मा, जितेंद्र पांडेय, अर्चना सिंह, शशि रंजन, संदीप कुमार कर्ण, विजय उपाध्याय, अनुराग कुमार, अर्चना कुमारी, अनिता सिंह, सरिता कुमारी, अर्चना कुमारी उपस्थित थे।