नई दिल्ली: सांसद तो बस एक टैग है। यह एक पद है इसलिए भाजपा टैग हटा सकती है, वे पद ले सकते हैं, वे घर ले सकते हैं और वे मुझे जेल में भी डाल सकते हैं, लेकिन वे मुझे वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकते हैं। लोकसभा से अयोग्य घोषित होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केरल के वायनाड में उनका पहला दौरा है। राहुल गांधी 24 मार्च तक वायनाड से लोकसभा सांसद थे। वायनाड पहुंचने के बाद राहुल गांध व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कलपेट्टा में ‘सत्यमेव जयते’ नाम से रोड शो में हिस्सा लिया। उसके बाद राहुल गांधी ने अपने संसदी दफ्तर के बाहर जनसभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा पर कई हमले किए। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे मेरे घर पुलिस भेजकर मुझे डराएंगे, लेकिन मैं वास्तव में खुश था कि उन्होंने मेरा घर ले लिया। आप मेरा घर 50 बार ले लो लेकिन मुझे कोई परवाह नहीं है। मैं तब भी देश और वायनाड के लोगों के मुद्दे उठाता रहूंगा। इसके बाद राहुल गांधी का लिखा हुआ एक लेटर वायनाड की जनता के बीच बांटा गया।
वायनाड में राहुल ने रोड शो किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड में स्थित अपने सांसदी आफिस के बाहर जनसभा को सम्बोधित करते हुए यह सवाल उठाया कि, मैंने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि आप अदाणी के साथ अपने संबंध के बारे में बताएं…मैंने पूछा कि आपका अदाणी के साथ क्या संबंध हैं? लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसका जवाब नहीं दिया। कहा कि, भाजपा के मंत्रियों ने संसद में मेरे बारे में झूठ बोला। मैं स्पीकर के पास भी गया लेकिन फिर भी मुझे बोलने नहीं दिया गया। भाजपा ने मुझे संसद से अयोग्य घोषित कर दिया, मेरा घर ले लिया और मुझ पर 24 घंटे हमला कर रहे हैं…मैं जनता हूं मैं सही कर रहा हूं और जितना वो मुझ पर हमला करेंगे लेकिन मैं रुकूंगा नहीं। इस अयोग्यता से वायनाड के लोगों के साथ मेरा रिश्ता और गहरा होगा।
अडानी के सवाल पर पीएम की चुप्पी, जवाब देगी जनता: प्रियंका गांधी
इस मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गरजते हुए भाजपा को आईना दिखाया कि, पूरी सरकार सिर्फ एक आदमी गौतम अदाणी को बचाने के लिए हमारे लोकतंत्र को नीचे गिराने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी, गौतम अदाणी का बचाव करने के लिए जिम्मेदार महसूस करते हैं, लेकिन उन्हें भारत के लोगों के प्रति कोई जिम्मेदारी महसूस नहीं होती है। प्रियंका गांधी ने कहा कि सवाल पूछना, जवाबदेही की मांग करना, मुद्दे उठाना सांसद का काम है। मुझे यह बात अजीब लगती है कि, पूरी सरकार यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी भी इसे अनुचित मानते हैं और एक आदमी पर बेरहमी से हमला करते हैं, क्योंकि उसने एक ऐसा सवाल पूछा है जिसका वे जवाब नहीं दे सकें।
