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Friday, September 20, 2024
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छवि रंजन से 10 घंटे की पूछताछ के बाद भी ईडी जवाब से संतुष्ट नहीं, फिर पूछताछ के लिए आना होगा…!

रांची: आइएएस छवि रंजन की ईडी ने लगभग 10 घंटे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. आर्मी जमीन घोटाला मामले में सोमवार को सुबह साढ़े 10 बजे के करीब ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंच गए थे। पूछताछ के बाद उन्होंने मीडिया का सामना नहीं किया और अपनी गाड़ी में बैठ कर निकल गए। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। जरूरत पड़ी तो उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। ईडी सूत्रों की माने तो उनसे जमीन घोटाले को लेकर तमाम सवाल किए गए, लेकिन बहुत सारे सवालों का अभी उन्हें जवाब देना होगा. इसलिए अभी उन्हें आगे भी ईडी की पूछताछ से गुजरना होगा.

ईडी ने जमीन घोटाले में छवि रंजन की संलिप्तता पायी है


हालांकि यह तय है कि रांची में आर्मी की जमीन को गलत तरीके से बेचा गया है। और इसमें प्रत्यक्ष रूप से छवि रंजन का नाम लिया गया है. इसके लिए गलत कागजात पेश किए गए हैं। इस जमीन घोटाले में आइएएस छवि रंजन की संलिप्तता ईडी ने पायी है। ईडी ने 13 अप्रैल को इसी आर्मी जमीन घोटाला मामले में आईएएस अधिकारी छवि रंजन, अंचल अधिकारी मनोज कुमार सहित जमीन के कारोबार से जुड़े 18 लोगों के कुल 21 ठिकानों पर छापा मारा था। बता दें कि इस मामले में छविरंजन समय लेकर फिलहाल पूछताछ से बचना चाहते थे. लेकिन ईडी बहुत जल्दबाजी में थी, इसलिए उन्हें हर हाल में तीसरी बार पूछताछ के ईडी ने मजबूर कर दिया. यही कारण था कि फजीहत से बचने के लिए उन्हें ईडी की पूछताछ का सामना करना पड़ा. समझा जाता है कि मई के पहले हफ्ते में उन्हें फिर से ईडी पूछताछ के लिए बुलाएगा.

छविरंजन पर मूल दस्तावेज में छेडछाड़ कराने का आरोप

बताया जा रहा है कि जमीन के मूल दस्तावेज में छेडछाड़ की गई थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में ईडी को जानकारी मिली है कि रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश पर उन लोगों ने गलत दस्तावेज बनाए। इसमें छवि रंजन की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता. बहरहाल, रांची में अबतक किसी डीसी ने जमीन मामले में इस तरह से खुलकर अपने अधीनस्थों को गलत करने के लिए  उकसाया हो. लेकिन रांची के पूर्व रजिस्ट्रार घासी राम पिंगुआ ने डीसी के मौखिक आदेश के बावजूद उन्होंने रजिस्ट्री दस्तावेज पर लिखा कि यह रजिस्ट्री डीसी के मौखिक आदेश से किया जा रहा है. यही कारण है कि ईडी को पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं. बहरहाल, पूजा सिंघल के बाद छविरंजन दूसरे आईएएस अफसर होंगे, जिनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.  




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