गिरिडीह। गिरिहीह जिले के बिरनी थाना इलाके में सामूहिक दुष्कर्म से जुड़े नाबालिग स्कूली छात्रा अनुराधा गैंगरेप ह्त्याकांड को लेकर गुस्साए लोगों, हिन्दू सगठनों, छात्र संगठन सहित कई समाजसेवी संगठनों ने इस जघंन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की है. सबने एक स्वर से दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. मामले की गंभीरता का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है कि भारत सरकार के नेशनल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्वतः संज्ञान लेकर गिरिडीह के एसपी को इस काण्ड से जुड़ी रिपोर्ट आयोग को मुहैया कराने का निर्देश दिया है. पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच करने को कहा गया है.
शिष्टमंडल ने बिरनी प्रखण्ड का दौरा किया
इस बीच शुकवार को भारतीय जनता पार्टी के शिष्टमंडल ने बिरनी प्रखण्ड का दौरा कर पीडित परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिया है. शिष्टमंडल में शामिल जिला सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, जिला प्रमुख महादेव दूबे, यदुनंदन पाठक ,चुन्नूकांत, पूर्व विधायक नगेन्द्र महतो व अन्य लोगों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर गिरिडीह एसपी को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में विशेष जांच टीम से पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि इस ममले में गिरफ्तार मो कैफ विगत छ्ह माह से छात्रा को परेशान करता रहा है। उसपर अनैतिक दबाब बनाता रहा है.
अनुराधा ने स्कूल जाना छोड़ दिया था
इस संबंध में घरवालों ने रकठा उच्च विधालय के प्राचार्य से शिकायत भी की थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया. जिसके कारण युवक मो कैफ, उसके सहयोगी मो आसीफ, मो. फारूक का मनोबल बढ़ता चला गया। जिसके परिणामस्वरूप विगत 28 मई को एक साजिश के तहत अनैतिक कार्य कर छात्रा की हत्या कर शव को कुंए में डाल दिया गया। शिष्टमंडल ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि छात्रा को मो कैफ के साथ मुलाकात कराने का काम स्कूल में पदस्थापित कैफ की स्वजातीय महिला टीचर किया करती थी। अनुराधा मेथावी छात्रा थी। लेकिन कैफ के परेशान किये जाने से उसने स्कूल जाना छोड़ दिया था। ज्ञातव्य है कि इससे पहले पिछले कई दिनो से विश्वहिन्दू परिषद ,बजरंग दल ,अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यकर्ता गिरिडीह ,विरनी ,बगोदर में घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर दोषीयों केा कड़ी संजा देने की मांग कर रहे है. इस बीच पुलिस ने मो कैफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा हैा जबकि दो अन्य सहयोगी अभी फरार है.