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Sunday, September 22, 2024
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झारखंड विधानसभा में स्पीकर के हस्तक्षेप के बावजूद आखिर क्यों उलझे सुदिव्य और ढुल्लू…?

रांची : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन बुधवार को अपने निर्धारित समय पर सदन शुरू हुआ। इस दौरान भाजपा के विधायक सदन के भीतर हंगामा और नारेबाजी करते रहे। इस बीच विधायक सुदिव्य सोनू और ढुल्लू महतो आपस में उलझ गए। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने समझाया। हंगामा बढ़ता गया तो विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 20 मिनट के लिए रोक दिया। 20 मिनट के बाद जब सदन शुरू हुआ तो भाजपा विधायक फिर हंगामा करने लगे। इस वजह से सदन की कार्यवाही महज पांच मिनट चलने के बाद 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

ढुल्लू ने पीरटांड़ में आदिवासियों की मौत का सवाल उठाया

विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के विधायक हल्ला कर रहे थे। भाजपा की ओर से विधायक ढुल्लू महतो ने सदन में कहा कि पीरटांड इलाके में तीन महीने में सैकड़ों लोग मर चुके हैं। हाल में कोयले में दबकर लोगों की मौत हुई। मरनेवाले सभी आदिवासी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को गलत तरीके से माइग्रेट कर उनसे काम लिया जा रहा है। इस वजह से उनकी मौत हो रही है। इसकी जांच करायी जाए।

ढुल्लू ने आवेश में आकर सुदिव्य को ऊंगली दिखायी

इसी बात को लेकर झामुमो विधायक सुदिव्य सोनू और भाजपा विधायक ढुल्लू महतो आपस में उलझ गए। इस दौरान ढुल्लू ने आवेश में आकर सुदिव्य सोनू को ऊंगली दिखायी। इस पर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने स्पीकर से आग्रह किया कि ऊंगली दिखाना बंद कराएं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह असंसदीय व्यवहार है। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक ढुल्लू महतो को कई बार समझाया। इसके बावजूद दोनों आपसे में उलझे गए। इसके बाद बढ़ते हंगामे को देखते हुए सदन को 20 मिनट के लिए फिर स्थगित कर दिया गया।

केंद्र सूबे के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है: श्रममंत्री

सदन शुरू होने से पहले सत्तापक्ष के विधायक, मंत्री हाथों में तख्तियां लिए सदन की सीढ़ियों पर बैठ गए। हाथों में किसानों के हितों की बात लिखी तख्तियां थीं. इस पर श्रममंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि भारत सरकार राज्य के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। राज्य के किसानों की स्थिति को देखते हुए आकलन कर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को लगभग 11 सौ करोड़ रुपये की मांग की थी पर केंद्र केवल 502 करोड़ रुपये दे रही है। उन्होंने कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार न करते हुए जितनी राशि मांगी है, उतना दे।

9131 करोड़ के दावे के विरुद्ध 502 करोड़ रुपए क्यों…? : सुदिव्य

विधायक सुदिव्य सोनू ने कहा कि केंद्र से राज्य के सहयोग को लेकर सत्तापक्ष धरने पर बैठी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड में सुखाड़ घोषित करने की मांग कर रही है। उनकी मनसा, वाचा, कर्मना एक है तो 9131 करोड़ के दावे के विरुद्ध 502 करोड़ रुपए क्यों दे रही है। उन्होंने कहा कि पहले माटी फिर पार्टी। आप केंद्र से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं। वर्तमान में किसान परेशान हैं. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार राज्य सरकार जिलावार आकलन कर निर्णय लेगी।

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