गिरिडीह (कमलनयन) : गिरिडीह-जमुआ मुख्य पथ पर बाटी मोड़ के पास पिछले 21 जून की रात डीवाई कंपनी के पांच करोड़ रुपये की लूट मामले के मास्टरमाइंड गुलाब साह को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर कन्याकुमारी से गिरफ्तार कर लिया है। वह हजारीबाग जिले के बरही का रहनेवाला है। उसके पास से 77 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं। उक्त जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर दी। गुलाब साह ने गुजरात की डीवाई कंपनी की इतनी मोटी रकम की लूट अपने गिरोह में सदस्यों के साथ की थी. घटना को अंजाम देने के बाद वह अपने घर बरही भी गया था, लेकिन चार दिनों बाद पुलिस की सक्रियता देख वह स्कार्पियो से फरार हो गया था. एसपी ने बताया कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम लगातार कई राज्यों में छापामारी कर रही थी. इसके बाद यह सफलता हासिल हुई है. वह बिहार में छिपकर रह रहा था.
जानिए कैसे हुआ लूटकांड…?
मालूम हो कि बीते 21 जून की रात जमुआ थाना क्षेत्र के बाटीमोड़ के पास अपराधियों ने डीवाई कंपनी के कर्मियों से 5 करोड़ रुपए लूट ली थी। कंपनी के कर्मी रुपये लेकर क्रेटा कार पर सवार होकर पटना से कोलकाता जा रहे थे। कार के अंडरग्राउंड सेफ में 5-5 सौ की गड्डियां भरी हुई थीं. क्रेटा कार के चालक मयूर सिंह जडेजा ने जमुआ थाना में आवेदन देकर घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी थी। चालक ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा था कि 20 जून की रात को वह अपने सहयोगी जगत सिंह जडेजा के साथ रात करीब 9 बजे पटना की डीवाई कंपनी के मैनेजर भरत सिंह सोलंकी के निर्देश पर पांच करोड़ रुपये लेकर कोलकाता के लिए निकला था. रास्ते में गिरिडीह जिले के बाटी के पास स्कार्पियो व एसयूवी वाहन पर सवार अपराधियों ने क्रेटा वाहन को ओवरटेक कर रोकवायी और चालक व उसके सहयोगी को कब्जे में लेकर सेफ में रखे पांच करोड़ रुपए लूट कर फरार हो गए। घटना के बाद गिरिडीह पुलिस इस लूटकांड में शामिल 6 आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से पहले ही ही गिरफ्तार कर चुकी है. उनके पास से लूटे गए 5 करोड़ में से 3,24,15,000 रुपए भी बरामद किए गए थे. इसके साथ ही उनके पास से आठ मोबाइल फोन, एसयूवी वाहन और क्रेटा कार में लगाये गये एक जीपीएस को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था.
मास्टरमाइंड गुलाब साह चल रहा था फरार
पहले गिरफ्तार आरोपियों में राजेश सिंह, मो. करीम अंसारी, विनोद विश्वकर्मा, शहजाद आलम (सभी धनबाद के गोविंदपुर के वासी), रंजीत कुमार (बरही) और अजीत कुमार सिंह चतरा जिले के इटखोरी का शामिल हैं. जबकि लूटकांड का मास्टरमाइंड गुलाब साह फरार चल रहा था। पहले पकड़े गए अराधियों ने पुलिस को बताया था कि लूटकांड को अंजाम देने के लिए घटना से करीब डेढ़ माह साजिश रची गयी थी। गिरिडीह एसपी ने लूट कांड में मिली सफलता को लेकर एसपी ने एसआईटी टीम डीएसपी मुकेश महतो, संदीप सुमन, नौशाद आलम, तीनों डीएसपी के अलावा जमुआ थाना प्रभारी विपिन कुमार, धनवार के पीकूं प्रसाद, सत्यदीप सहित ग्यारह अन्य पुलिस जवानों को नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।