खलारी। ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला डकरा सुभाष नगर के सुख-शांति भवन में चैतन्य देवियों की झांकी शनिवार को सजाई गई। इस एक दिवसीय झांकी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लपरा पंचायत मुखिया पुतुल देवी व विशिष्ट अतिथि मायापुर पंचायत मुखिया पुष्पा खलखो ने किया। इस चैतन्य झांकी में शिव दरबार जीवंत हो उठा। मोहक झांकी में देवी-देवताओं की मुद्रा में दर्शकों को आशीष प्रदान करते रहे। परिसर में लगी प्रदर्शनी में आत्मा-परमात्मा, देव शक्तियां, मनुष्य जीवन का लक्ष्य, चारों युगों का समय काल, कलयुग की दशा-दिशा, ईश्वरीय व्याख्या, राजयोग से शक्ति की प्राप्ति, सभी धर्मों की उत्पत्ति, सृष्टि चक्र को चित्रात्मक रूप से दर्शाया गया। ब्रह्माकुमारी के भैया-बहनों ने प्रदर्शनी के आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व को बताया। साथ ही मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथि सहित अन्य श्रद्धालुओं को शिव परमपिता परमात्मा, आत्मा- परमात्मा, राजयोग और अष्ट शक्तियों के बारे में कमल भाई ने विस्तार से बताया। इस दौरान ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन ने बताया कि झांकियों के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि मनुष्य जिस तरह आस्थावान होकर मूर्ति पूजा करता है उसी तरह स्वयं में भी देव गुणों को धारण करना सीखना चाहिए। परमात्मा के करीब पहुंचने के लिए देव समान गुणों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व चैतन्य देवियों की आरती के बाद परि दीदी के जन्मदिन के अवसर पर बर्थडे केक काटा गया। साथ ही अतिथियों को ईश्वरीय सौगात देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। इस दौरान संजय भाई, रामधनी भाई, विक्की भाई, ओम प्रकाश भाई, अजय भाई, पिंकी बहन, अनिता बहन, जोशी बहन, माधुरी बहन, पूनम बहन, बसंती बहन, प्रीति बहन, प्रतिमा बहन आदि उपस्थित रहे।
मां दुर्गा युगों-युगों से शक्ति व ज्ञान की देवी : पुतुल देवी
मुख्य अतिथि पुतुल देवी ने चैतन्य देवियों की झांकी की सराहना करते हुए कहा कि मां दुर्गा युगों-युगों से शक्ति एवं ज्ञान की देवी के रूप में जनमानस में स्थापित हैं। बुराई से दूर रहकर सात्विक मन से सर्व जन हिताय के कार्य करने की प्रेरणा नवरात्र में जागृत होती है। वही विशिष्ट अतिथि ने आदिशक्ति के नौ रूपों की जीवंत प्रस्तुति सामाजिक जागृति के कार्यों के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रयासों की अत्यंत सराहनीय बताया।