11.1 C
Ranchi
Tuesday, November 26, 2024
Advertisement
HomeNationalIT की छापामारी के बाद धीरज साहू की बेहिसाब संपत्ति का पता...

IT की छापामारी के बाद धीरज साहू की बेहिसाब संपत्ति का पता चला,तलाशी अभियान में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य मिले व जब्त किए गए

नई दिल्ली: आयकर विभाग को राज्यसभा सांसद धीरज साहू की बेहिसाब संपत्ति का पता चला है. छापामारी के दौरान तलाशी अभियान में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य पाए गए और जब्त किए गए हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने गुरुवार को बड़ा खुलासा कर दिया है। इनकम टैक्स विभाग ने बताया है कि उसे कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां से छापे में क्या-क्या बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में तलाशी अभियान चलाया है। इस ऑपरेशन में ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों के 10 जिलों में फैले 30 से अधिक परिसरों को कवर किया गया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, तलाशी अभियान के दौरान, दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में संदिग्ध कागजात भी बरामद किये गए हैं.

छापामारी में बेहिसाब नकदी का पता चला है

जब्त किए गए सबूतों की शुरुआती जानकारी से देशी शराब की बेहिसाब बिक्री के रिकॉर्ड, अघोषित नकदी प्राप्तियों के व्यवस्थित विवरण और बेहिसाब नकदी के बारे का पता चला है। इस व्यावसायिक गतिविधियों को देखने वाले मुख्य कर्मचारियों ने स्वीकार किया है कि तलाशी अभियान के दौरान मिली और जब्त की गई नकदी, समूह की बेहिसाब आय को दिखाती है। इसकी पुष्टि परिवार के एक सदस्य ने भी की है, जो व्यवसाय में सक्रिय रूप से शामिल है। तलाशी अभियान के दौरान सामने आए तथ्यों से संकेत मिलता है कि ग्रुप शराब कारोबार से हासिल होने वाली इनकम को बड़े पैमाने पर छिपाने में लगा हुआ है।

दस दिन तक चली छापेमारी में 351 करोड़ रुपये जब्त किए गए

बता दें कि धीरज साहू के ठिकानों पर 6 दिसंबर को छापे के बाद से ईडी कैश की गिनती कर रही थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सांसद धीरज प्रसाद साहू और उनके करीबियों के यहां छापेमारी में करोड़ों के कैश जब्त किए थे। इस कैश की गिनती के लिए और भी स्टाफ बुलाए गए थे। जब्त किए गए कैश की गिनती के लिए इनकम टैक्स विभाग ने 40 और नोट गिनने वाली मशीनों के साथ-साथ तीन बैंकों के कर्मचारियों को बुलाया गया था। दस दिन तक चली छापेमारी में 351 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। इसे देश में अब तक किसी छापेमारी में जब्त ‘सबसे अधिक नकदी’ बताया गया है। इस छापामारी के बाद झारखंड की राजनीति गरमा गई है. विधानसभा सत्र के दौरान भी भाजपा विधायकों ने धीरज साहू को लेकर धरना-प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है.
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments