विनोबा भावे विश्वविद्यालय स्थित तालाब में मत्स्य पालन, प्रशिक्षण और मत्स्य विज्ञान में डिप्लोमा हेतु , विश्वविद्यालय और एन जी ओ शक्ति, रांची के तहत एक एम ओ यू साइन किया गया।इसी के तहत तालाब में खाद और चूना डाला गया ताकि पानी को मत्स्य पालन हेतु नियंत्रण किया जा सके।
आज पांच क्विंटल फइनगरलइगस को तालाब में छोड़ा गया। जन्तु विज्ञान के डा के के गुप्ता सह सीसीडी सी ने अनुमानित किया की लगभग छह लाख की उत्पादकता बढ जायेगी। इस उद्देश्य पूर्ण मौके पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारी,कुल सचिव डा आलम, कुलानुशासक डा मिथलेश, वित्त पदाधिकारी डा सुरेन्द्र, सीसीडी सी, डा के के गुप्ता सहायक कुल सचिव डा कुमार विकास , जन्तु विज्ञान विभाग अध्यक्ष,डा बी के गुप्ता,डा राजेन्द्र,डा मनोज सहित तथा एन जी ओ के निदेशक डा नीरज बर्मा,, अग्रवाल जी ,सत्येन्द्र जी उपस्थित हुए और छोटी मछलियों की तीन प्रजाति,रेही,मिरगल,और ग्रास कार्प को छोड़ा गया। आगे, बायोफ्लाक ईकाई भी निर्मित किया जायेगा।
News – Vijay Chaudhary