23.1 C
Ranchi
Tuesday, September 17, 2024
Advertisement
HomeEducation"झारखंड में सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए प्रोजेक्ट...

“झारखंड में सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की निगरानी को मिलेगा बढ़ावा”

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, रांची

✦ प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की निगरानी के लिए राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक के नेतृत्व में गठित होगी अनुश्रवण टीम

✦ अप्रैल महीने में राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारी करेंगे सभी जिलों के सरकारी स्कूलों का औचक निरिक्षण, लापरवाही बरतने वालो पर गिरेगी गाज

✦ शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में बनेगा ‘रेस्पोंसिब्लिटी रजिस्टर’

सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार और बेहतर शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए राज्य में लागू किये गए प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की निगरानी के लिए राज्य स्तर पर डेडिकेटेड टीम बनाई जायेगी। टीम हर सप्ताह स्कूलों में प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की मॉनिटरिंग कर राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक के साथ इस प्रोजेक्ट के आउटकम की जानकारी सांझा करेगी। अप्रैल महीने में प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की जमीनी पड़ताल के लिए राज्यस्तरीय अनुश्रवण टीम विभिन्न जिलों में जायेगी। प्रोजेक्ट इम्पैक्ट में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों, प्राध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी। उक्त बातें राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक श्री आदित्य रंजन ने प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की समीक्षा बैठक में कही। श्री आदित्य रंजन आज 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधान अध्यापको, वार्डन और सात उत्कृष्ट स्कूलों के स्कूल प्रबंधको के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। श्री रंजन ने कहा कि मै स्वयं अप्रैल में प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की स्थिति का जायजा लेने के लिए तीन-तीन स्कूलों का निरिक्षण करूंगा। प्रोजेक्ट इम्पैक्ट का मकसद स्कूलों में अनुशासनात्मक एवं उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण तैयार करना है। सिर्फ उत्कृष्ट नाम होने से स्कूल उत्कृष्ट नहीं होते, किसी भी विद्यालय को उस स्कूल के बच्चे, शिक्षक और शैक्षणिक वातावरण मिलकर उत्कृष्ट बनाते है।

यूनिफार्म ट्रेनिंग को मिलेगा बढ़ावा

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक श्री आदित्य रंजन ने कहा कि हर बार अलग अलग प्रभागों, विषयो पर शिक्षकों, ट्रेनरो, वार्डन और प्रधान अध्यापको की ट्रेनिंग अलग अलग नहीं होगी। इससे शैक्षणिक निरंतरता प्रभावित होती है और शैक्षणिक गतिविधियां भी ससमय पूरी नहीं हो पाती। श्री आदित्य रंजन ने कहा कि ऐसी प्रशिक्षण प्रणाली विकसित की जाए, जिसमे एक समय में सभी प्रभाग अपनी अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ले। जिससे समय और संशाधनो की बचत हो, और शैक्षणिक गतिविधियां भी अधिक प्रभावित ना हो। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र के बाद उस सत्र के परिणामो का आंकलन किया जायेगा।

स्कूलों में बनेगा रेस्पोंसिब्लिटी रजिस्टर

श्री आदित्य रंजन ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को रेस्पोंसिब्लिटी रजिस्टर तैयार करने का निर्देश दिया है। श्री आदित्य रंजन ने कहा कि विद्यालयों में प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रबंधको, पठन पाठन में संलिप्त शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों से लेकर हाउस कप्तान और क्लास मॉनिटर तक की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी। श्री आदित्य रंजन ने कहा कि स्कूलों के हाउस कप्तानों और क्लास मॉनिटर के अंदर नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें लगातार प्रोत्साहित किया जाए। उनकी जिम्मेदारियां भी तय की जाए। उन्होंने स्कूलों को निर्देश दिया कि लगातार हाउस वाइस प्रतियोगिताओ को बढ़ावा दे। क्लास के लास्ट पीरियड में चेतना सत्र का आयोजन करे।

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments