गौर पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन गौरांग सेवा फाउंडेशन द्वारा श्रीमद्भागवत कथा,नृसिंह महा यज्ञ,महा भंडारा प्रसाद का हुआ भव्य आयोजन
गुरूकुल के बच्चों ने भव्य कीर्त्तन कर श्रद्धालुओं को झूमने पर किया मजबूर
गौरांग सेवा फाउंडेशन हज़ारीबाग द्वारा गौर पूर्णिमा महोत्सव श्रीमद्भागवत कथा कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को स्थानीय मटवारी गाँधी मैदान के प्रांगण में कृष्ण भक्तों के द्वारा नरसिम्हा महा यज्ञ,गुरुकुल के बच्चों द्वारा भव्य कीर्त्तन,छोटे छोटे बच्चों के द्वारा नृत्य प्रतियोगिता,श्रीमद्भागवत कथा एवं भव्य महाप्रसाद भंडारा का आयोजन चालीस से पचास हज़ार की संख्या में कृष्ण भक्तों के बीच में वितरण किया गया।वहीं मौके पर अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक दास गदा धर दास प्रभु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि हज़ारीबाग में सभी प्राकर के लोगो को एक साथ आने का उत्सव निमित बन चुका है।जिसमे भगवान के नाम से जुड़ने का और उनकी कथा सुनने का एवं महा प्रसाद ग्रहण करने का अविरल अवसर सभी नगरवासियों को मिला है।इसे समाज मे आपसी प्रीति भाव और सामूहिक कार्य करके आपसी जुड़ाव बढ़ाने का एक त्योहार है।शास्त्रों से बिना मिलावट के भगवान कृष्ण और राम के जीवनी पर एवं श्री चैतन्य महाप्रभु के भक्ति मार्ग अवलंबन करने का अवसर सबको मिला है।देश को ये संदेश हज़ारीबाग की धरा भूमि से जा रही है।कि कैसे गुरुकुल के छात्र एवं शिक्षक केवल विद्या ही नही अपितु समाज संगठन में कार्यनिवत है।ऐसे कार्यक्रमों को हर नगर में आयोजित किया जाना चाहिए।वहीं गौरांग सेवा फाउंडेशन के निर्देशक ने कहा कि अब बारी है आंतरिक परिवर्तन लाने की वाहिये विकास के साथ साथ आंतरिक विकास के ओर ध्यान देने की जरूरत है।समाज मे बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए अध्यात्म की ओर जोड़ने का प्रयास करना है।नगर विकसित होगी तो राज्य विकसित होगा और राज्य विकसित होगा तो राष्ट्र विकशित होगा और विकसित राष्ट्र को लेकर हम विश्व गुरु के ओर अग्रसर हो रहे है।मौके पर कार्यक्रम संयोजक उतान पाद प्रभु,भंडारा एवं महाप्रसाद संयोजक दिलीप कुमार,संयोजक संजीत सिंह,रुकमणी देवी दासी,श्रवण कुमार,शैलेश सिंह,लग्नेश प्रभु,नीरज प्रभु,रंजन प्रभु,अशोक सिंह,विश्वनाथ प्रभु,सहित हज़ारो की संख्या में श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए।