गुमला – गुमला जिला पुलिस प्रशासन के गुमला पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में समय-समय पर छापामारी का कार्य किया जाता हैं, पर अब पुलिस विभाग स्वयं उक्त छापामारी का कार्य प्रारंभ कर दिया हैं, इसी क्रम में सिसई पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली की सिसई बाजार टांड़ आम बगीचा के समक्ष अवैध जावा महुआ का चुलईया शराब बेचा जा रहा हैं जिससे आसपास के लोगों में काफी रोष है उक्त स्थान पर कभी भी अप्रिय घटना घटने की संभावना बनी रहती है और प्रत्येक दिन उक्त स्थान पर अभी भी कुछ शराबी उक्त स्थल पर बैठ कर शराब का सेवन कर रहे हैं, उक्त गुप्त सूचना के सत्यापन और कार्रवाई के लिए सिसई पुलिस के अजय कुमार अपने दल बल के साथ उक्त घटनास्थल पर पहुंचकर देखा की 15 – 20 बैठकर अवैध शराब का बिक्री और लोगों द्वारा शराब का सेवन कर रहे हैं , परन्तु पुलिस को देखकर उक्त स्थान पर अफरा तफरी मच गई और खुले स्थान का फायदा उठाकर लोग भागने में सफल रहे, बाद में सिसई पुलिस ने 52 लीटर जावा महुआ का अवैध शराब बरामद करते हुए, 15 – 20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध अवैध शराब पीने और बिक्री करने के आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई हैं , ज्ञातव्य हैं की पुरे गुमला जिला में अवैध जावा महुआ से चुलईया शराब बनाने और बेचने का अवैध धंधा दशकों से जारी हैं, क्योंकि पूरे झारखंड राज्य में विशेषकर जावा महुआ से तैयार चुलईया शराब और हंडिया ( नशीला – पेय – पदार्थ ) आदिवासी समाज के जन्म से लेकर ,अंतिम संस्कार तक और आदिवासी रीति-रिवाजों परम्पराओं और संस्कृति से जुड़े होने के कारण सरकार चाहे किसी पार्टी हो , धड़ल्ले से झारखंड की राजधानी रांची के विभिन्न हिस्सों और चौक चौराहों पर बिकते नजर आ जाते हैं, फिर भी सरकार कठोर कार्रवाई करने से हिचकिचाती रहती है और तो और न्यायालय के समक्ष उक्त कारोबार और धंधों से जुड़े हुए लोगों द्वारा न्यायालय के समक्ष अपना अपराध स्वीकार करने के बावजूद उन्हें मात्र कुछ जुर्माना वसूला कर उन्हें तत्काल बेल दे दिया जाता हैं, फलस्वरूप जावा महुआ से घर घर में तैयार होनेवाली चुलईया शराब , हंडिया – दारू पीकर , संध्या होते ( शाम ढलते ) ही * शाम अस्त – झारखण्ड मस्त * का कहावत चरितार्थ हो जाता है ।
News – गनपत लाल चौरसिया