रांची : पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा इन दिनों मोदी सरकार की कार्यशैली को लेकर भाजपा पर हमला कर रहे हैं. खासकर चुनावी बॉण्ड के मामले श्री सिन्हा ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने चुनावी बॉंड को सबसे बड़ा घोटाला और नोटबंदी को कालेधन को सफेद में बदलने का तरीका करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपने भ्रष्ट आचरण पर गोपनीयता की चादर ढंक देती है और उम्मीद करती है कि लोगों को उनके बारे में कभी पता नहीं चलेगा। उन्होंने बुधवार को ‘एक्स’ पर लिखा था कि यह सरकार तब तक ईमानदार है जब तक सत्ता में है। जैसे ही यह सत्ता से बाहर होगी तो, भारत के लोगों को पता चलेगा कि यह अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है। श्री सिन्हा ने नोटबंदी और चुनावी बॉण्ड को सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है.
‘केंद्रीय वित्तमंत्री के पति के आरोप पर मोदी सरकार चुप क्यों है?’
उन्होंने कहा कि भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति ने कहा है कि चुनावी बॉंड पूरी दुनिया में आर्थिक अपराध का सबसे बड़ा घोटाला है। अभी तो टुकड़ों में बात सामने आ रही है तो, यह पता चल रहा है कि किस तरह कई कंपनियों से व्यापक रूप से सत्तारूढ़ दल के लिए काला धन जमा करने के लिए प्रणाली का दुरुपयोग किया गया। श्री सिन्हा ने न्यूज एजेंसी को दिए एक साक्षात्कार में लोकसभा चुनाव में भाजपा के 400 से अधिक सीटें जीतने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया की ताकत को कमतर आंका जा रहा है। हालांकि वह राजनीति से संन्यास ले चुके हैं और वापसी की उनकी कोई योजना नहीं है, जबकि उनके पूर्व संसदीय क्षेत्र हजारीबाग से कई लोग उनसे इस बार चुनाव लड़ने का आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में अपने राजनीतिक हित को साधने के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।
‘अब सब काला धन सफेद बन गया है’
श्री सिन्हा ने 2018 में भाजपा छोड़ दी थी। उन्होंने अपनी पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैंने खुद से काफी मंथन करने के बाद यह किया, और मुझे पता चला कि वे भ्रष्टाचार के कृत्यों के सामने आने से बच गए हैं जिन्हें सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आने दिया गया है और इसका सबसे बड़ा कारण है ‘गोदी मीडिया’। उन्होंने कहा कि मैंने 2016 में नोटबंदी का उल्लेख किया था। नोटबंदी के बाद तो लगभग 100 प्रतिशत धन बैंकों में वापस आ गया। और मुझे एक भी ऐसे मामले, एक भी व्यक्ति या एक भी संस्था की जानकारी नहीं है, जिस पर काला धन रखने के लिए मुकदमा चलाया गया हो। उन्होंने कहा कि सारा काला धन सफेद बन गया क्योंकि यह बैंकिंग प्रणाली में आ गया है। मोदी सरकार गोदी मीडिया के सहारे कई मामलों को सामने आने ही नहीं देता है. शुक्र है कि सोशल मीडिया सबकुछ सामने आ रहा है. हालांकि इसपर कई तरह की बंदिशें लगाने के लिए केंद्र सरकार ने कुचक्र जरूर रचा पर, कोर्ट ने उनके मंसूबे को चकनाचूर कर दिया है.