गुमला – गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना क्षेत्र के बनियाडीह गांव में गुरुवार रात करीब 8:00 बजे नाग के काटने से 11 वर्षीय शिवानी कुमारी, पिता रामसेवक सिंह, गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद, परिजनों ने उसे गांव के ही भगत छंदू यादव से झाड़-फूंक कराई और रात भर उसे घर में ही रखा। इस दौरान ग्रामीणों ने सांप को पकड़ रखा।
सुबह शिवानी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सदर अस्पताल गुमला भेजा गया। फिलहाल सदर अस्पताल में शिवानी का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, शिवानी गांव के अखाड़ा में कुछ बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी पिलर के बिल से सांप निकला और उसके पैर में काट लिया।
शिवानी का पैर फूल गया है और काटने के स्थान पर कालापन आ गया है। उसके पेट में तेज दर्द और छाती में जलन हो रही है। शिवानी ने बताया कि उसे बहुत तेज नींद आ रही है। वर्तमान में चिकित्सकों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है।
यह घटना ग्रामीण इलाकों में सांप के काटने के बाद प्राथमिक चिकित्सा की कमी और झाड़-फूंक जैसी प्रथाओं के खतरनाक प्रभावों को उजागर करती है। डॉक्टरों का कहना है कि सांप के काटने के बाद तुरंत चिकित्सा सहायता लेना अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य बिंदु:
– घाघरा थाना क्षेत्र के बनियाडीह गांव की घटना
– नाग के काटने से 11 वर्षीय शिवानी कुमारी गंभीर रूप से घायल
– झाड़-फूंक के बाद अस्पताल में भर्ती
– पैर में सूजन, कालापन, पेट दर्द, और छाती में जलन
– सदर अस्पताल गुमला में इलाज जारी
यह घटना एक बार फिर से साबित करती है कि चिकित्सा सहायता और जागरूकता की कमी के चलते कितनी जानें खतरे में पड़ सकती हैं। ग्रामीण इलाकों में ऐसे मामलों में सही चिकित्सा सहायता की आवश्यकता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
खबर- गनपत लाल चौरसिया
News – Sanjana Kumari