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Monday, November 25, 2024
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हजारीबाग से मनीष जायसवाल को सांसद बनाने के लिए भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता इंद्र कुमार पंडित ने अनूठी पहल की, 10 साल बाद सपना हुआ साकार, अब फिर करेंगे छठ व्रत 

पंडित ने मनीष के लिए समर्पण भाव से काम किया, भाजपा के कई अधिकारियों की आंखों की किरकरी भी बने

हजारीबाग: हजारीबाग के बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के केरेडारी प्रखंड के अतिसुदूर ग्रामीण इलाका बेंगवरी गांव के एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुकात रखनेवाले भाजपा के सबसे सक्रिय कार्यकर्ता सह युवा अधिवक्ता इंद्र कुमार पंडित ने 2015 में अपनी मां के निधन के बाद संकल्प लिया था कि हजारीबाग सदर के विधायक मनीष जायसवाल ने जिस दिन हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से सांसद के रूप में संसद भवन में कदम रखेंगे. उसी वर्ष बड़े ही शुद्ध और अंत:मन से निर्जला छठ व्रत रखकर भगवान भास्कर को दूध का अर्घ्य देने का प्रण लिया था. श्री पंडित ने बताया कि विधानसभा से पहली बार 2014 में भाजपा ने मनीष जी को उम्मीदवार घोषित होने के बाद क्षेत्र में उस समय उनके बारे में भ्रामक खबर फैलाई गई थी, किंतु वे विधायक के रूप में निर्वाचित हुए. इसके बाद महज 2 साल के कार्यकाल के अंदर ही उन्होंने इस बात को साबित किया कि जन कल्याण व क्षेत्र के विकास के लिए एक विधायक को क्या करना चाहिए था. 2019 में दूसरी बार सदर विधायक के रूप में निर्वाचित होने के बाद मनीष जायसवाल ने 2020 में कोविड जैसी महामारी के दौरान जहां कोरोना से ग्रसित परिवारों अपने विधानसभा क्षेत्र में बल्कि झारखंड के कई इलाके के लोगों के लिए न सिर्फ जीवन बचाने का काम किए और गरीबों के लिए मसीहा बनकर खड़े रहे. हजारीबाग सदर विधायक के कार्यों को सराहना करते हुए भाजपा कार्यकर्ता इंद्र कुमार पंडित न सिर्फ सांसद बनने की दिशा में संकल्प लिया था, बल्कि उस दिशा में उचित प्लेटफार्म पर अपनी आवाज को भी बुलंद करना भी शुरू कर दिया था.

पंडित ने कई दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया

भाजपा में सक्रिय रूप से युवा मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी से लेकर मंडल महामंत्री के साथ संगठन में इंद्र कुमार पंडित ने कई दायित्व को भी बखूबी निर्वहन किया. तब देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और तत्कालीन सांसद जयंत सिन्हा के इशारे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर उस समय के तत्कालीन जिला अध्यक्ष टुन्नू गोप के दिशा निर्देश पर इंद्र कुमार पंडित को महामंत्री पद से निष्कासित कर पार्टी की सदस्यता रद्द करने का भी मंडल अध्यक्ष प्रफूल सिंह ने फरमान जारी किया था. किंतु संगठन के “पद और पार्टी” से निष्कासित होने का फरमान जारी होने के बाद इंद्र कुमार पंडित ने प्रदेश अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी, तो प्रदेश से जवाब आया कि जिला अध्यक्ष किसी भी सदस्य की सदस्यता रद्द नहीं कर सकती है.  उसके बाद श्री पंडित ने खुले मंच पर संगठन के जिला अध्यक्ष और जिला पदाधिकारी की गलत नीतियों के खिलाफ बगावत तेज कर दी और और एक साधारण कार्यकर्ता ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और जयंत सिन्हा जैसे नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पार्टी में “सच बोलना बगावत है, तो समझो हम भी बागी हैं.” उन्होंने यशवंत सिन्हा और जयंत सिन्हा के खिलाफ न सिर्फ सोशल मीडिया में मोर्चा खोल दिया. इस बीच इन्हें मनाने के लिए प्रदेश के कई पदाधिकारी का उनपर दबाव भी बनाया गया, किंतु उन्होंने कभी अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं किया।

पंडित के केरेडारी प्रखंड में गांव में सबसे अधिक मत मिले

 श्री पंडित ने मनीष जायसवाल को सांसद बनने का जो सपना संजो रखा था, उस सपने को लेकर हमेशा सजग रह कर कभी प्रदेश को तो कभी बड़े मंत्रियों को पत्र लिखकर अवगत कराते रहे. जब संघर्ष के लंबे अरसे बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मनीष जायसवाल को हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से सांसद प्रत्याशी घोषित किया तो, कंडाबेर अवस्थित मां अष्टभुजी के मंदिर में भी श्री पंडित पूजा-अर्चना करते हुए भावुक दिखे थे। सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था और खुद सांसद प्रत्याशी मनीष जायसवाल भी उस भावनात्मक वीडियो को अपलोड करने से रोक नहीं सके। उसके बाद चुनाव प्रचार के दौरान हजारीबाग संसदीय क्षेत्र के विभिन्न गांव का दौरा करते हुए काफी सक्रिय नजर आए. जहां एक तरफ मनीष जायसवाल के विपक्ष में कांग्रेस प्रत्याशी जेपी पटेल का समर्थन करते हुए यशवंत सिन्हा सोशल मीडिया पर मनीष जायसवाल के खिलाफ सक्रिय दिखे तो, दूसरी ओर इंद्र कुमार पंडित सोशल मीडिया के जरिए श्री सिन्हा के पोस्ट पर बहुत ही तीखी और आलोचनात्मक कटाक्ष करते हुए मनीष जायसवाल के पक्ष में सक्रिय दिखे. इतना ही नहीं क्षेत्र में इनकी पहचान एक सौम्य, सरल और कुशल व्यवहार के साथ लोकसभा चुनाव में युवा अधिवक्ता इंद्र कुमार पंडित अपनी लोकप्रियता के कारण संसदीय क्षेत्र में काफी चर्चित रहे। पूरे चुनावी दौरे के बाद जब परिणाम सामने आया तो, एक चौंकाने वाली खबर भी वायरल हुई, यशवंत सिन्हा अपने ही घर के बूथ पर बुरी तरीके से हारे. दूसरी ओर केरेडारी प्रखंड में इंद्र कुमार पंडित अपने गांव के बूथ संख्या 23 पर 883 मत में से 746 वोट बीजेपी के पक्ष में प्राप्त होते ही केरेडारी प्रखंड में श्रेष्ठ रहे. हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से सांसद के रूप में मनीष जायसवाल जीतने के बाद इंद्र कुमार पंडित ने कहा कि लंबे समय के बाद स्थानीय जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं की प्रचंड जीत है, इस जीत के साथ ही 10 साल के लंबे संघर्ष के बाद उनका सपना सकार हुआ। इसलिए उन्होने जो छठ व्रत करने का संकल्प लिया था वो इस बार छठ मां का आशीर्वाद से सब कुछ कुशल मंगल रहा.
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