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Friday, September 20, 2024
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चंपाई सोरेन की हुई विदाई, राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, सीएम की कुर्सी पर फिर विराजेंगे हेमंत सोरेन   

रांची : झारखंड में तेजी से बदले राजनीतिक परिस्थितियों के बीच हेमंत सोरेन तीसरी बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. बुधवार को हेमंत सोरेन को इंडिया एलायंस के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. इस बीच देर शाम सीएम चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है. हेमंत सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. बैठक में उपस्थित गठबंधन के सभी विधायकों ने एकमत से हेमंत सोरेन को अपना नेता चुना। इस बीच विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने पहले अपने इस्तीफे की पेशकश की। हालांकि अभी तक औपचारिक रूप से इंडिया एलायंस की ओर से नेतृत्व परिवर्तन को लेकर औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन सबकुछ प्लान के तहत हेमंत सोरेन की ताजपोशी की तैयारी चल रही है. चंपाई सोरेन ने ही विधायक दल के नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से मान लिया गया. चंपाई सोरेन समन्वय समिति के अध्यक्ष होंगे। इसके बाद सीएम चंपाई सोरेन बैठक से बाहर निकल गए। कुछ देर बाद कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी भी बैठक से बाहर निकल गए।

कल्पना के नाम पर नहीं बनी सहमति

सियासी हलचल के बीच खबर है कि इंडिया एलायंस की बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के नाम पर भी सहमति बनाने की कोशिश हुई। पार्टी के कुछ नेता चाहते थे कि हेमंत सोरेन के खिलाफ चल रहे मामलों को देखते हुए कल्पना सोरेन को ही मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप दी जाए, लेकिन चंपाई सोरेन ही सलाह दी कि यदि नेतृत्व परिवर्तन करना ही है, तो हेमंत सोरेन ही फिर से सीएम बने, इसके बाद सभी विधायकों ने हेमंत सोरेन के नाम पर सहमति जताई। इंडिया एलायंस विधायक दल की बैठक के बाद देर शाम में सभी विधायक और वरिष्ठ नेता राजभवन पहुंचे। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बाहर गए हुए थे.

चंपई ने पांच माह चलाई सरकार

बता दें कि पिछले 31 जनवरी को कथित जमीन घोटाला केस में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उसी शाम को चंपाई सोरेन ने सत्ताधारी दल के विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 2 फरवरी को चंपाई सोरेन ने झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने 5 महीने तक सरकार चलाई। हालांकि, उनपर डमी मुख्यमंत्री होने का आरोप बीजेपी लगाती रही। बीजेपी कहती रही कि चंपाई केवल चेहरा है, सरकार तो होटवार जेल से चलती है। हालांकि, चंपाई सोरेन ने इन आरोपों को हमेशा खारिज किया। 148 दिन के बाद हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को 28 जून को जमानत दी। हेमंत सोरेन उसी दिन जेल से बाहर आये। हेमंत सोरेन ने 29 जून को दिन में हरमू मैदान में रैली को संबोधित किया। फिर 30 जून को भोगनाडीह गये। 1 जुलाई से ही कयास लगने लगे कि हेमंत सोरेन फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। इसके बाद चंपई सोरेन ने अपने तमाम सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए. आवास में भी मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों से मिलना बंद कर दिया था.
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