तोरपा (खूंटी), झारखंड प्रदेश भाजपा घुसपैठियों का मामला जोरशोर से उठा रहा है. असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने एक बार फिर इस मामले में हेमंत सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. वे मंगलवार को खूंटी के तोरपा में आयोजित अभिनंदन सह विजय संकल्प सभा में कहा कि झारखंड में भोली-भाली आदिवासी बेटियों के साथ शादी कर जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. राज्य में ऐसा कानून बनना चाहिए, जिससे घुसपैठिए आदिवासियों की बेटियों से शादी नहीं कर सकें. इस मामले में पलटवार करते हुए कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा को बताना चाहिए कि झारखंड में डेढ़ दशक से ज्यादा समय तक भाजपा का शासन रहा, तो घुसपैठ रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए? दस वर्षों तक पूर्ण बहुमत की सरकार केन्द्र में रही, तब से अब तक कोई ठोस कदम उठाने में सरकार नाकाम क्यों रही?
‘आलमगीर आलम घुसपैठियों के सरदार हैं’
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा था कि पांच लाख युवाओं को नौकरी देंगे, पर एक लाख को भी नौकरी नहीं मिली. कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है. सिर्फ बालू तस्करी और जमीन लूटने में लगी रही. उन्होंने कहा कि राहुल बाबा का ज्ञान शुरुआत से कम था. आगे भी कम रहेगा. कांग्रेस और झामुमो को झारखंड से विदा करना है और भाजपा के नेतृत्व में नया झारखंड बनाना है. हेमंत सोरेन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन कोई स्वतंत्रता आंदोलन करके जेल नहीं गए, वो भ्रष्टाचार करके जेल गए थे. राज्य के मंत्री आलमगीर आलम के घर से 35 करोड़ रुपए बरामद होते हैं. आलमगीर आलम घुसपैठियों के सरदार हैं.