झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के माननीय अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान का हजारीबाग में स्वागत करते हुए स्थानीय प्रतिनिधियों ने शमा लाइब्रेरी के सर्वांगीण विकास हेतु एक ज्ञापन सौंपा। यह मुलाकात सर्किट हाउस में आयोजित की गई, जहां खिरगांव स्थित शमा लाइब्रेरी के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं और आवश्यकताओं को अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किया। ज्ञापन सौंपने और लाइब्रेरी की समस्याओं पर चर्चा करने वालों में मुस्तकीम अंसारी उर्फ मंडूल, मो उस्मान कादरी, इब्राक अहमद उर्फ प्यारे, अख्तर हुसैन, परवेज अहमद, प्रोफेसर रिज़वान, काशिफ अदीब, एडवोकेट इज़हार अंसारी समेत अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।
शमा लाइब्रेरी का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
शमा लाइब्रेरी की स्थापना 1971 में हुई थी और यह तब से क्षेत्र के ज्ञान और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनी हुई है। 1994 में नगरपालिका अध्यक्ष ब्रज किशोर जायसवाल ने लाइब्रेरी के लिए 08 डिसमील (60 × 60 फीट) जमीन उपलब्ध कराई थी। इसके बाद, 1995 में पूर्व सांसद भूनेश्वर प्रसाद मेहता ने लाइब्रेरी के लिए 14 × 24 फीट का एक हॉल बनवाया, जहां से लगातार अध्ययन और पठन-पाठन का कार्य हो रहा है।
लाइब्रेरी की मौजूदा समस्याएं
हालांकि लाइब्रेरी स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है, यह कई बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना कर रही है। प्रतिनिधियों ने बताया कि लाइब्रेरी के परिसर में बाउंड्री वॉल नहीं है और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाओं की कमी है। इन समस्याओं के समाधान से लाइब्रेरी में अध्ययनरत छात्रों और पाठकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
विकास के संभावित स्रोत
शमा लाइब्रेरी के विकास और सुंदरीकरण के लिए एनटीपीसी और अन्य माइनिंग कंपनियों से सहयोग की अपील की जा रही है। इसके अलावा, जिला प्रशासन के पास मौजूद डीएमएफटी (District Mineral Foundation Trust) फंड का उपयोग कर लाइब्रेरी की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है। इस प्रकार की पहल से न केवल लाइब्रेरी का भौतिक विकास होगा बल्कि यह अधिक छात्रों और पाठकों को आकर्षित करने में भी सक्षम होगी।
आयोग के अध्यक्ष का आश्वासन
आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने लाइब्रेरी की समस्याओं और आवश्यकताओं को गंभीरता से सुना और इसके समाधान के लिए यथासंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी के विकास से अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को बेहतर शैक्षिक संसाधन उपलब्ध होंगे, जो उनके शैक्षणिक और सामाजिक विकास में सहायक सिद्ध होंगे।
इस मुलाकात और ज्ञापन के माध्यम से शमा लाइब्रेरी के प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि प्रशासन और संबंधित संस्थाएं लाइब्रेरी के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाएंगी, जिससे यह एक आदर्श शैक्षणिक केंद्र के रूप में स्थापित हो सकेगी।
News – विजय चौधरी।