नारायण विश्वकर्मा
चंपई के साथ उनके करीबी चंचल गोस्वामी और उनके पीए टुनटुन दुबे शामिल हैं, दशरथ गगराई और समीर मोहंती ने भाजपा के जाने की खबर का खंडन किया
रांची : झारखंड में सियासी हलचल के बीच एक बड़ी खबर आई है कि कोल्हान टाइगर के नाम से मशहूर और झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन झामुमो से नाता तोड़ कर बहुत जल्द भाजपा का दामन थामने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं. शनिवार को चंपई सोरेन कोलकाता के होटल पार्क में रुके थे. कोलकाता से ही सुबह वह एयर इंडिया के फ्लाइट नं- 0769 से दिल्ली निकल गए हैं. शनिवार की रात से ही उनका पर्सनल मोबाइल का स्विच ऑफ बता रहा था. यह भी जानकारी मिली है उनका बेटा बाबूलाल सोरेन पिछले चार दिन से दिल्ली में जमे हुए हैं. विश्वस्त सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार चंपई सोरेन के भाजपा में जाने की अटकलों पर आज रात तक विराम लग सकता है. बताया गया कि चंपई सोरेन के पूर्व प्रेस सलाहकार चंचल गोस्वामी और पीए टुनटुन दुबे उनके साथ दिल्ली पहुंचे हैं. इससे पूर्व यह खबर थी कि झामुमो के विधायक दशरथ गगराई और समीर मोहंती भी चंपई के साथ दिल्ली गए हैं. लेकिन दोनों ने मीडिया में भाजपा में जाने की किसी भी खबर का खंडन कर दिया है. दशरथ गगराई ने बाकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा में जाने की अटकलों का खारिज कर दिया है, वहीं समीर मोहंती ने मीडिया में बयान देकर खंडन किया है. इसके अलावा रामदास सोरेन, चमरा लिंडा के अलावा लोबिन हेेेम्ब्रम भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं. एक बड़ी खबर यह भी मिल रही है कि और भी कई अन्य विधायक भाजपा मैनेजरों के संपर्क में हैं. कहा जा रहा है कि चंपई को सीएम बनाने की डील होने के बाद ही चंपई ने भाजपा में शामिल होने की बात स्वीकारी है. इस समय दिल्ली में अलग-अलग फ्लाइट से अन्य झामुमो विधायक दिल्ली पहुंचे हैं.
कोलकाता के होटल पार्क में रूके भाजपा के मैनेजरों ने सब इंतजाम किया था,वहीं मिले हिमंता-चंपई व शुवेंदु..!
सूत्र बताते हैं कि असम के सीएम हिमंत विस्व सरमा कल रांची में चंपई सोरेन के भाजपा में जाने की चर्चा पर कुछ भी कहने से इंकार किया था. वही चंपई भी मीडिया के समक्ष स्पष्ट बताने में आनाकानी कर रहे थे. सूत्र बताते हैं कि एक रणनीति के तहत कोलकाता में ऑपरेशन लोटस से जुड़े भाजपा के मैैैैैैैनेजर कोलकाता के होटल पार्क में रूके हुए थे. वहां सुवेंदु अधिकारी से भी चंपई ने मुलाकात की। वहीं हिमंता विस्व सरमा और चंपई सोरेन की मुलाकात हुई. इसके बाद दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय हुआ. मीडिया से पीछा छुुुुुड़ाने के लिए यह सब इतना गुपचुप तरीके से हुआ कि झामुमो के मैैैैैैैनेजरों को भी इसकी भनक तक नहीं लग पाई. कोलकाता के होटल पार्क में ही भाजपा के मैनेजरों द्वारा सब इंतजाम किया गया था. वहीं दो दिन पूर्व झामुमो से निष्कासित विधायक लोबिन हेंम्ब्रम रांची में चंपई सोरेन के आवास पर मिले थे, तभी उनके भाजपा जाने की अटकलों की चर्चा शुरू हो गई थी. लोबिन का चंपई के आवास पर मिलना भी भाजपा की रणनीति का हिस्सा थी. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरायकेला स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम से मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन के दौरान एक बार भी हेमंत सोरेन का जिक्र नहीं किया और न ही उन्होंने भाजपा की आलोचना की। उन्होंने सिर्फ अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान किया जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज हो गई थी। चंपई सोरेन फरवरी 2024 में झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे। हेमंत सोरेन के गिरफ्तार होने के बाद पार्टी ने उन्हें राज्य की कमान सौंपी थी, लेकिन जब हेमंत सोरेन बाहर आए तो जुलाई महीने में चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा और हेमंत सोरेन ने फिर से सीएम पद संभाला।