हजारों की संंख्या में हड़ताली मनरेगाकर्मी पिछले तीन दिनों से मंत्री जी के आवास पर बैठे हुए हैं
रांची : झारखंड राज्य के मनरेगाकर्मी स्थाईकरण एवं वेतनमान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के 45वें दिन बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी के रांची स्थित आवास पर हजारों की संख्या में डटे रहे। प्रदेश प्रवक्ता, अभिमन्यु तिवारी ने कहा कि विगत सतरह सालों से जिन हुक्मरानों ने मनरेगा कर्मियों को ठगने का काम किया है, वे दोबारा विधानसभा का मुंह नहीं देख सके हैं. यदि मंत्री जी मनरेगाकर्मियों को ग्रेड-पे का लाभ देते हैं तो, राज्य भर के मनरेगाकर्मी और उनके परिवार इस पुनीत कार्य के लिए उन्हें दिल से दुआ देंगे। धरनास्थल पर प्रदेश अध्यक्ष जॉन पीटर बागे ने कहा कि मनरेगाकर्मी पिछले कई सालों से स्थाईकरण एवं वेतनमान की मांग को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं, राज्य की सभी सरकारों ने मनरेगाकर्मियों को सिर्फ छलने का काम किया है. हमें सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाकर देकर छोड़ दिया जाता है.
‘सरकार सचिवालय में कार्यरत मनरेगाकर्मियों को ग्रेड पे की मलाई परोस रही है’
श्री बागे ने कहा कि मनरेगाकर्मी अति अल्प मानदेय पर कड़ी मेहनत से मनरेगा योजना सहित प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर चलने वाली सभी योजनाओं को, चुनाव ड्यूटी, कोरोना ड्यूटी एवं अन्य कार्यक्रमों को निष्ठा पूर्वक से संपन्न कराते हैं. उन्होंने कहा कि विडबंना देखिए कि सरकार सचिवालय में काम करनेवाले मनरेगाकर्मियों को ग्रेड पे की मलाई परोस रही है, वहीं प्रखंड एवं पंचायत में काम करनेवाले मनरेगाकर्मी अपना परिवार चलाने में आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. महंगाई के इस दौर में बच्चों की शिक्षा और परिवार का इलाज और भरण-पोषण के लिए प्रतिदिन संघर्ष करते हैं। लेकिन सरकार हमारी मांगों के प्रति कभी संवेदनशील नहीं रही. मनरेगाकर्मी पिछले तीन दिनों से राज्य भर के मनरेगा कर्मी मंत्री जी के आवास पर बैठे हुए हैं. हमारी मांगें नियमानुकूल और न्यायोचित है, इसके बावजूद सरकार गंभीर नहीं है। श्री बागे ने कहा कि हेमंत सरकार जल्द मनरेगाकर्मियों से वार्ता कर मांगों को पूरा करें अन्यथा मनरेगाकर्मियों की हड़ताल जारी रहेगी और चुनाव कार्य का भी बहिष्कार किया जाएगा.
मांगें नहीं मानी गईं तो…मनरेगाकर्मी इच्छामृत्यु की मांग करेंगे
प्रदेश संगठन मंत्री, लतीफ अंसारी ने कहा कि मनरेगाकर्मियों के सब्र का बांध टूट गया है यदि जल्द ही हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो, राज्य भर के मनरेगाकर्मी आमरण अनशन और इच्छामृत्यु की मांग करेंगे। धरनास्थल पर संजय प्रमाणिक, नन्हें परवेज, जितेंद्र झा, विकास पांडे, देवेंद्र उपाध्याय, सुमंत गांगुली, उदय पांडे, सत्यम सिंह, अभय खलखो, बसंत टुडू, जयदेव मुर्मू, नरेश सिंह, विनोद विश्वकर्मा, बसंत सिंह, शिवदेव लोहरा सहित हजारों मनरेगाकर्मी डटे रहे।