✦ सितंबर-अक्टूबर माह में होने वाले विभिन्न जिलों के सरकारी विद्यालयों के राज्यस्तरीय अनुश्रवण के लिए टीम गठित
✦ द्वितीय चरण में झारखंड के 1,159 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (+2), तथा 1,703 माध्यमिक विद्यालयों का टीम द्वारा होगा स्थलीय अनुश्रवण
✦ अनुश्रवण के दौरान राज्यस्तरीय टीम के साथ जिलास्तरीय पदाधिकारियों एवं परियोजना कर्मियों को भी अनुश्रवण में शामिल होने का निर्देश
झारखंड राज्य के 1,159 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (+2), तथा 1,703 माध्यमिक विद्यालयों के सतत अनुश्रवण हेतु राज्यस्तरीय टीम का गठन कर दिया गया है। टीम को सितंबर-अक्टूबर माह में राज्य के उपरोक्त वर्णित सरकारी विद्यालयों का औचक निरिक्षण कर विद्यालयों में प्रोजेक्ट रेल, प्रोजेक्ट इम्पैक्ट, NEP, प्रयास, बाल अधिकार, विद्यालय अंतर विश्लेषण, ट्रांजिशन समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयो के अद्यतन स्थिति का स्थानीय अनुश्रवण करना होगा। इन विद्यालयों में गुणात्मक सुधार में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु राज्य द्वारा प्रयास किया जायेगा, साथ ही बेहतर विद्यालयों को सम्मानित भी किया जायेगा। अनुश्रवण के दौरान सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों, जिला शिक्षा अधीक्षकों, जिला परियोजना कर्मियों को राज्यस्तरीय टीम के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जिले के अनुश्रवण में सहयोग देना होगा।
जीरो ड्रॉपआउट को लेकर पूर्व में निर्गत दिशा निर्देशों की भी होगी समीक्षा
अनुश्रवण के दौरान राज्यस्तरीय टीम द्वारा पूर्व में जीरो ड्राप आउट को लेकर दिए गए दिशा निर्देशों के अनुरूप की गयी कार्रवाई की भी समीक्षा की जाएगी। इस संबंध में अनुश्रवण दल में शामिल पदाधिकारी अपने स्तर पर उक्त वर्णित विद्यालयों में अनुश्रवण कर शत प्रतिशत बच्चो का आंगनबाड़ी से उच्च प्राथमिक विद्यालय से माध्यमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शत प्रतिशत ट्रांजिशन सुनिश्चित करते हुए विद्यालयों में शून्य ड्राप आउट की समीक्षा करेंगे।
अनुश्रवण के दौरान इन पदाधिकारियों की उपस्थिति होगी अनिवार्य
राज्यस्तरीय टीम द्वारा विद्यालयों के सतत अनुश्रवण के दौरान संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक अनिवार्य रूप से भ्रमण करेंगे। विद्यालयों के निरिक्षण के दौरान संबंधित जिले के अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, फील्ड मैनेजर और सॉफ्टवेयर ट्रेनर भी टीम के साथ स्कूलो का भ्रमण करेंगे। इनके अलावा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी, संकुल साधन सेवी भी अनुश्रवण में उपस्थित रहेंगे। नामित पदाधिकारियों एवं कर्मियों के शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने की जवाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक की होगी।
सभी जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्रों एवं संसाधन केंद्रों का होगा अनुश्रवण
अनुश्रवण के दौरान पदाधिकारियों द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्रों एवं प्रखंड संसाधन केंद्रों, संकुल संसाधन केंद्रों, समावेशी शिक्षा संसाधन केंद्रों का भी अनुश्रवण किया जाएगा। इनके अतिरिक्त पीटीएम, बीआरसी, गुरु गोष्ठी, लेसन प्लान, इतियादी से संबंधित विभिन्न SoP का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी समीक्षा भी टीम द्वारा की जायेगी।
News Desk.