जेएसएससी सीजीएल एग्जाम हालिया में एक नया बड़ा विवाद छिड़ गया है। बता दें कि सोशल मीडिया एक्स (ट्विटर) पर #Cancel_jssc_cgl नंबर वन हैशटैग पर चल रहा है। हैशटैग 11 बजे के आस पास ही टॉप ट्रेंडिंग हो गया था। बीते रात 9 बजे तक 5 लाख से अधिक पोस्ट हो चुके थें। इस आंदोलन में छात्र बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें रहें हैं। छात्रों का दावा है कि प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर लीक हो चुके थें।
पेपर लीक के मामले थमने को नाम नहीं ले रहें। छात्रों ने राज्यभर में मशाल जुलूस निकालकर अपनी नाराजगी जाहिर की और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। वे चाहते हैं कि पेपर लीक से जुड़े दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और परीक्षा को रद्द करके फिर से निष्पक्ष रूप से आयोजित किया जाए। छात्रों का कहना है कि “झारखंड में मुश्किल से तो परीक्षाओं का आयोजन होता है और परीक्षा खत्म होते ही रिजल्ट के जगह पेपर लीक का खुलासा हो जाता है। यह सिर्फ हमारे भविष्य के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। हम जी जान लगाकर मेहनत करते है और अंत में हमारे साथ यह होता है।”
इसके अतिरिक्त भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी जेएमएम सरकार पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया – “परीक्षा में पेपर लीक के कारण 7 लाख छात्रों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि झारखंड के युवा पेपर लीक के साक्ष्य प्रस्तुत कर चुके हैं, लेकिन सरकार और आयोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे। अंत में मरांडी ने चेतावनी देते हुए कहा, “तानाशाही हेमंत सरकार को युवाओं के आगे झुकना ही होगा।”
News – Sanjana Kumari.
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