गुमला: आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से गुमला जिले में एक जिला स्तरीय साइकिल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य जिले के नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करना था।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने रैली को दिखाई हरी झंडी
इस जागरूकता रैली को गुमला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उनके साथ उप विकास आयुक्त, परियोजना निदेशक आईटीडीए, जिला स्वीप नोडल पदाधिकारी और अन्य प्रमुख अधिकारी भी मौजूद थे। रैली की शुरुआत समाहरणालय भवन परिसर से हुई और यह चंदाली होते हुए सीलम तक गई, जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
लोकतंत्र की शक्ति: मतदाता जागरूकता का संदेश
गुमला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस अवसर पर जिले के नागरिकों से अपील की कि वे 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग जरूर करें। उन्होंने कहा, “मतदान लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, और यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह इसमें भाग लेकर देश की प्रगति में योगदान दे। इस साइकिल रैली का उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर युवाओं को मतदान के प्रति प्रेरित करना है, ताकि वे अधिकतम संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।”
साइकिल रैली का उत्साह और संदेश
रैली में भाग लेने वाले विद्यार्थियों ने पोस्टर और बैनर के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया। वे “हमारा मतदान, हमारा अधिकार” और “मतदान करें, लोकतंत्र को मजबूत बनाएं” जैसे नारे लगाते हुए नागरिकों तक यह संदेश पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे कि उनका एक वोट देश के भविष्य को आकार देने में कितना महत्वपूर्ण हो सकता है।
साइकिल रैली समाहरणालय परिसर से शुरू होकर विभिन्न प्रमुख चौक-चौराहों से होकर गुजरी। विद्यार्थियों के उत्साह और जोश के साथ, यह रैली शहर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए लोगों के बीच एक बड़ा संदेश छोड़ गई। रैली के दौरान सुरक्षा और यातायात नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी।
स्वीप कार्यक्रम: युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने की पहल
गुमला जिले में आयोजित यह साइकिल रैली स्वीप कार्यक्रम का एक अहम हिस्सा थी। स्वीप के तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि अधिक से अधिक नागरिक, विशेषकर युवा मतदाता, मतदान में हिस्सा लें। इस तरह की गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों को यह संदेश दिया जाता है कि मतदान केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी भी है।
इस रैली के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया गया कि मतदाताओं को मतदान के दौरान किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही मतदान प्रक्रिया को आसान और सुगम बनाने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।
रैली में भाग लेने वालों की प्रशंसा
रैली के सफल आयोजन के बाद जिला प्रशासन ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और कहा कि उनकी भागीदारी से जिले में मतदान के प्रति जागरूकता का संदेश प्रभावी रूप से फैला है। स्वीप नोडल पदाधिकारी आरती कुमारी, प्रभारी पदाधिकारी रमेश कुमार, अविनाश पाठक, और सैफुल्ला अंसारी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम बेहद सफल रहा।
चुनाव में नैतिक मतदान का महत्व
इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के बीच नैतिक मतदान के महत्व को बढ़ाना है। नैतिक मतदान का मतलब है कि मतदाता बिना किसी प्रलोभन या दबाव के अपने विवेक से मतदान करें। यह पहल लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिला प्रशासन ने नागरिकों से यह अपील की कि वे न केवल खुद मतदान करें, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। यह बात बार-बार दोहराई गई कि एक वोट लोकतंत्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
13 नवंबर को मतदान जरूर करें
गुमला जिले में आयोजित इस साइकिल रैली ने मतदान के प्रति नागरिकों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई। अब यह जिम्मेदारी नागरिकों की है कि वे 13 नवंबर को मतदान केंद्रों पर जाकर अपने मताधिकार का उपयोग करें और लोकतंत्र को और मजबूत बनाएं।
जिला प्रशासन की ओर से सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने मतदान केंद्र पर जाकर नैतिक मतदान का हिस्सा बनें और अपने क्षेत्र के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं। चुनाव में हिस्सा लेकर हम न केवल अपने अधिकार का उपयोग करते हैं, बल्कि समाज और देश की प्रगति में भी योगदान देते हैं।