लोकतंत्र में हर नागरिक का वोट एक अहम योगदान है, जो सरकार को चुनने और देश की दिशा तय करने में मदद करता है। गुमला जिले के हजारों प्रवासी मजदूर जो रोजी-रोटी की तलाश में अन्य शहरों में कार्यरत हैं, उनके लिए इस विधानसभा चुनाव में जिला प्रशासन और स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) कोषांग ने विशेष आमंत्रण भेजा है। इस निमंत्रण का उद्देश्य है कि ये मजदूर 13 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घर लौटें और लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें।
प्रवासी मजदूरों के लिए स्वीप अभियान की विशेष पहल
स्वीप कोषांग ने गुमला जिले के 15,000 से अधिक प्रवासी मजदूरों को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान करने का विशेष निमंत्रण भेजा है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार, सभी बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) और संबंधित अधिकारी मजदूरों के परिजनों और व्हाट्सऐप जैसे डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर संपर्क स्थापित कर रहे हैं।
इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए गुमला लौटें और अपने एक वोट से जिले के विकास में योगदान करें। उपायुक्त ने बताया कि जिले के प्रवासी मजदूरों का मतदान में भाग लेना न केवल उनके अधिकार का सम्मान है, बल्कि यह लोकतंत्र को मजबूत बनाने का एक माध्यम भी है।
मताधिकार का महत्व: आपका एक वोट कर सकता है बदलाव
चुनाव में मतदान करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है, और यह लोकतंत्र की नींव को मजबूत करता है। उपायुक्त ने प्रवासी श्रमिकों से अपील की है कि वे इस विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और मतदान करें। उनका एक वोट जिले के विकास की दिशा और गुणवत्ता में बड़ा बदलाव ला सकता है।
चुनाव में भाग लेकर एक नागरिक न केवल अपने भविष्य के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक भूमिका निभाता है। प्रवासी मजदूरों का मतदान में भाग लेना इसलिए भी अहम है, क्योंकि उनका जुड़ाव और जागरूकता से ही सुदूर क्षेत्रों तक चुनावी भागीदारी में वृद्धि हो सकती है।
प्रवासी मजदूरों के लिए आसान संपर्क व्यवस्था
गुमला जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं कि हर प्रवासी मजदूर तक यह संदेश पहुँचे। व्हाट्सऐप और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से श्रमिकों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों और बीएलओ ने प्रवासी मजदूरों के परिवारों को संदेश देने का कार्य शुरू कर दिया है ताकि वे अपने परिजनों से मतदान के लिए घर लौटने का आग्रह कर सकें।
स्वीप अभियान के तहत बनाए गए इस नेटवर्क का उद्देश्य प्रवासी मजदूरों तक सरलता से पहुंचना और उन्हें मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करना है। इस प्रयास से उम्मीद है कि अधिक से अधिक प्रवासी मजदूर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे और लोकतंत्र में अपनी भूमिका निभाएंगे।
लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने की अपील
जिले के उपायुक्त ने भावनात्मक अपील की है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। “प्रिय प्रवासी श्रमिकों, लोकतंत्र के इस महापर्व में आपका स्वागत है। हम जानते हैं कि आप अपने परिवार और भविष्य की भलाई के लिए बाहर काम कर रहे हैं, लेकिन 13 नवंबर को घर आकर वोट देकर जिले और समाज के विकास में योगदान दें। आपका एक वोट लोकतंत्र को मजबूत बनाता है और इस जिले के भविष्य में बड़ा बदलाव ला सकता है।”
यह अपील इस बात पर जोर देती है कि मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी ही एक सशक्त लोकतंत्र की बुनियाद है।
गुमला में मतदान की जागरूकता के बढ़ते प्रयास
गुमला जिले में स्वीप अभियान के तहत चुनावी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों को मतदान प्रक्रिया में शामिल करने के लिए जिले के सभी संबंधित विभाग समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं।
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है कि प्रत्येक प्रवासी मजदूर अपने अधिकार को समझे और उसे निभाने के लिए चुनाव में भाग लें। मतदाताओं का जुड़ाव ही चुनावी भागीदारी को बढ़ावा देगा और लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगा।
गुमला जिले के प्रवासी मजदूरों के लिए यह विशेष आमंत्रण उनके मताधिकार का सम्मान करने का प्रयास है। अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान में भाग लेकर प्रवासी मजदूर जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
लोकतंत्र की मजबूती और समाज की प्रगति के लिए हर नागरिक का वोट जरूरी है। आपका एक वोट बदलाव ला सकता है – यह संदेश जिला प्रशासन के स्वीप अभियान का मूल आधार है। आइए, इस विधानसभा चुनाव में भाग लें और लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल हों।