पलामू: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा हुसैनाबाद के नामकरण को लेकर सवाल उठाने का मामला अब कोर्ट पहुंच गया है. इस मामले में बहुजन समाजवादी के प्रत्याशी शिवपूजन मेहता ने उनके खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है. हुसैनाबाद से बसपा के टिकट पर प्रत्याशी पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता की इस शिकायत के बाद राजनीतिक मामला गरमा गया है.
हिमंता बिस्वा सरमा हुसैनाबाद में भाजपा प्रत्याशी कमेलश सिंह के नामांकन के बाद जनसभा में कहा था कि ये हुसैन क्या होता है. चुनाव जीतने के बाद इस क्षेत्र का नाम बदल दिया जाएगा. मुस्लिम शब्द पर उन्हें आपत्ति थी.
शिवपूजन मेहता ने कहा कि हुसैनाबाद की जनता आपसी सौहार्द्र के साथ रहती है. यहां के लोगों में किसी संप्रदाय के प्रति द्वेष या कटुता नहीं है. सांप्रदायिक वैमनस्यता पैदा करने के लिए इस तरह का बयान देना लोगों की भावना को ठेस पहुंचाना है. उन्होंने हिमंता बिस्वा सरमा पर सुसंगत धाराओं के तहत संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
‘सार्वजनिक मंच से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दो धर्मों के बीच आपसी वैमनस्य फैलाने का काम बर्दाश्त नहीं होगा’
दरअसल, हुसैनाबाद से कमलेश कुमार सिंह के नामांकन के बाद असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा जनसभा में शामिल हुए थे. इस दौरान हिमंता ने कहा था कि हुसैनाबाद को जिला बनाया जाएगा, लेकिन इसका नाम बदल दिया जाएगा.
इस बयान पर बहुजन समाजवादी प्रत्याशी शिवपूजन मेहता ने कहा कि सार्वजनिक मंच से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दो धर्मों के बीच आपसी वैमनस्य फैलाने का काम किया जा रहा है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि कमलेश सिंह को भी हुसैनाबाद का नाम बदलने पर कोई एतराज नहीं किया. कोई बाहरी नेता आकर हमारे क्षेत्रों के नामकरण पर भाषण देगा और यहां के नेता चुप रहें, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.