हजारीबाग सदर विधानसभा सीट से उम्मीदवार फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने इस चुनाव में एक नई दिशा और मकसद से अपनी उम्मीदवारी पेश की है। वे इस चुनावी दौड़ में अपने लंबे समाज सेवा, एकता, और मानवता के प्रति समर्पण के आधार पर खड़े हैं। उनका कहना है कि उनकी पूंजी सिर्फ ईमानदारी, सच्चाई, प्रेम, एकता, और गंगा-जमुनी तहज़ीब है।
संजर मलिक ने अपने समर्थकों और जनता के बीच जाकर एक स्पष्ट संदेश दिया है: इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं। वे कहते हैं कि हजारीबाग के लोग उनके साथ खड़े हो रहे हैं और उन्हें एक मौका देने का आग्रह कर रहे हैं, जिससे वे हजारीबाग में विकास का एक नया अध्याय लिख सकें।
एकता और विकास का संकल्प
संजर मलिक का यह चुनावी अभियान जाति, धर्म, और नस्ल से ऊपर उठकर मानवता की सेवा पर आधारित है। उनका मानना है कि एक सच्चा नेता वही है, जो समाज को जोड़ने और एकता बढ़ाने का कार्य करे। वे अपने भाषणों में स्पष्ट करते हैं कि विकास का अर्थ केवल सड़कों, बिजली या पानी तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में हर व्यक्ति को समान अधिकार और सम्मान देने से है।
उन्होंने कहा, “हर मानव एक समान है। यदि मुझे एक मौका मिलता है, तो मैं दिखाऊंगा कि विकास का सही अर्थ क्या होता है।”
युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों से समर्थन की अपील
संजर मलिक ने हजारीबाग के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों से अपील की है कि वे उन्हें समर्थन देकर समाज में बदलाव लाने का अवसर दें। वे कहते हैं कि यह चुनाव केवल एक नेता का चुनाव नहीं, बल्कि एक नए इतिहास को रचने का अवसर है।
संजर मलिक के अनुसार, हजारीबाग की जनता में बदलाव की ललक है, और वे इस ललक को एक साकार रूप देना चाहते हैं। उनकी सोच है कि समाज के हर वर्ग को समान रूप से प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए और हर व्यक्ति की आवाज़ सुनी जानी चाहिए।
टॉर्च छाप के समर्थन में व्यापक जनसंपर्क अभियान
संजर मलिक ने समता पार्टी के टॉर्च छाप को लेकर विभिन्न गाँवों और कस्बों में जनसंपर्क अभियान चलाया है। उन्होंने कटकमसांडी प्रखंड के डांटो, रेबर, कुरहा गड़हा, शाहपुर, लखनु, आराभुसय, बाझा, और जलमा जैसे स्थानों पर जाकर लोगों से मिलकर संवाद किया। उनका कहना है कि जनता के बीच जाना और उनकी समस्याओं को सुनना ही उनकी चुनावी प्रक्रिया का मुख्य आधार है।
इस दौरान स्थानीय नेता, पंचायत प्रतिनिधि, और कई वरिष्ठ नागरिक भी उनके साथ रहे और उनके विचारों का समर्थन किया।
समर्थकों का विशाल समर्थन और एकता का संदेश
संजर मलिक के इस अभियान में स्थानीय समर्थन भी खूब देखने को मिला। इस अवसर पर छड़वा मुहर्रम कमिटी के सदर मोहम्मद मुखतार अंसारी, एचआईटी चेयर प्रशन इमतियाज़ हसन विक्की, एजाज खान, प्रोफेसर इरफान अशरफ, भोलु राम, अजय प्रजाति, संतोष राणा, और सयद ज़याउल हक जैसे प्रमुख नेता भी मौजूद थे।
यह समर्थन संजर मलिक के लिए एकता और समाज में शांति का प्रतीक है। उनके साथ सैकड़ों समर्थक भी गाँव-गाँव जाकर लोगों को उनके लिए वोट देने की अपील कर रहे हैं।
चुनावी अभियान के माध्यम से समाज सेवा का संदेश
संजर मलिक का कहना है कि यह चुनाव उनके लिए केवल राजनीति नहीं है, बल्कि समाज सेवा का एक माध्यम है। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में हर समुदाय, हर जाति, और हर धर्म के लोगों को जोड़ा है और एकता का संदेश दिया है।
उनके अनुसार, समाज का कल्याण और उत्थान ही उनका मुख्य उद्देश्य है। उनका यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए है, और वे अपने समर्थन से समाज को एक नई दिशा देने का वादा करते हैं।
एक अवसर के साथ बदलाव का संदेश
संजर मलिक का जनसंपर्क अभियान हजारीबाग में एकता, विकास, और शांति का संदेश लेकर आया है। उनका उद्देश्य समाज में एक नई पहचान स्थापित करना है, जो जाति-धर्म से ऊपर उठकर सभी को एक समान दृष्टि से देखे।
हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता से अपील करते हुए संजर मलिक ने कहा है कि उन्हें एक बार मौका दें और वे दिखाएंगे कि विकास और एकता किसे कहते हैं। सभी से आग्रह है कि टॉर्च छाप पर वोट दें और एक नई शुरुआत का हिस्सा बनें।
News – Vijay Chaudhary
Edited – Sanjana Kumari