हजारीबाग – गुरुवार सुबह हजारीबाग जिले के बरकट्ठा स्थित गोरहर थाना क्षेत्र में एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई। हादसे में एक बस सिक्स लेन सड़क निर्माण के दौरान छोड़े गए गड्ढे में गिर गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत की खबर है, हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
यह घटना सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच हुई। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है, और घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
हादसे की वजह: सिक्स लेन सड़क निर्माण की लापरवाही
1. सड़क पर निर्माण कार्य अधूरा छोड़ा गया
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सड़क के सिक्स लेन निर्माण कार्य के दौरान सड़क को काटकर गड्ढे में तब्दील कर दिया गया था। इस गड्ढे को पर्याप्त चेतावनी संकेत या बैरिकेडिंग के बिना छोड़ दिया गया, जिससे यह हादसा हुआ।
2. निर्माण कार्य की निगरानी में खामियां
ऐसे हादसे अक्सर निर्माण कंपनियों और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करते हैं। सड़कों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर ध्यान न देने का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।
राहत और बचाव कार्य
1. घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया
घटनास्थल पर पहुंचते ही राहत और बचाव टीमों ने घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया। कई घायल यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज चल रहा है।
2. पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत घटनास्थल का निरीक्षण किया और दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़े
1. निर्माण कार्य और सुरक्षा का अभाव
भारतीय सड़कों पर हर साल लाखों दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें से कई का कारण निर्माण कार्यों में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में करीब 1.5 लाख मौतें दर्ज की गईं।
2. झारखंड में सड़क हादसों की स्थिति
झारखंड जैसे राज्यों में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अधूरी सड़कों, खराब निर्माण कार्य और यातायात नियमों की अनदेखी के कारण यह समस्या और गंभीर हो रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
1. प्रशासनिक लापरवाही पर आक्रोश
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य को लेकर प्रशासनिक लापरवाही लंबे समय से जारी है। एक निवासी ने कहा, “हमने कई बार इस गड्ढे की शिकायत की, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया।”
2. निर्माण कंपनी पर सवाल
लोगों ने निर्माण कंपनी की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक निगरानी पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि ऐसे गड्ढों पर बैरिकेडिंग और चेतावनी संकेत लगाना अनिवार्य है।
इस हादसे से सबक लेने की जरूरत
1. सड़कों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करना चाहिए। बैरिकेडिंग, चेतावनी बोर्ड, और रात में फ्लैश लाइट्स जैसी व्यवस्था करना अनिवार्य होना चाहिए।
2. जिम्मेदारियों की जवाबदेही तय करना
निर्माण कंपनियों और प्रशासन को हादसों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। इस हादसे की पूरी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
3. आपातकालीन सेवाओं की तत्परता
घायलों को त्वरित सहायता और इलाज देने के लिए आपातकालीन सेवाओं को मजबूत किया जाना चाहिए।
हजारीबाग के बरकट्ठा में हुई यह भीषण सड़क दुर्घटना न केवल प्रशासन और निर्माण एजेंसियों की लापरवाही का परिणाम है, बल्कि यह सड़कों की सुरक्षा के प्रति हमारी उदासीनता को भी उजागर करती है।
सरकार और संबंधित एजेंसियों को चाहिए कि वे इस हादसे से सबक लेते हुए निर्माण कार्य में सख्ती और निगरानी बढ़ाएं। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाना जरूरी है।
क्या हम सड़क निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा पर भी उतना ही ध्यान देंगे? यह सवाल हर नागरिक और प्रशासन के लिए विचारणीय है।
News – Vijay Chaudhary