गुमला में जनजातीय विकास के प्रयासों का आकलन
प्रधानमंत्री जनजातीय नीति आयोग और जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारियों की टीम ने गुमला जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विज्ञान केंद्र, सावित्री बाई फुले पुस्तकालय, बिरसा मुंडा पुस्तकालय, और रागी मिशन का गहन अवलोकन किया।
इन विकास योजनाओं और परियोजनाओं के माध्यम से जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने की पहल की जा रही है।
विज्ञान केंद्र में बच्चों की शिक्षा पर फोकस
जनजातीय नीति आयोग की टीम ने गुमला जिला विज्ञान केंद्र का दौरा किया। उन्होंने विज्ञान केंद्र के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं से प्रभावित हुए।
विज्ञान केंद्र में बच्चों को वैज्ञानिक ज्ञान और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान की जाती है। टीम ने केंद्र की गतिविधियों की सराहना करते हुए इसे बच्चों के विकास के लिए एक सकारात्मक कदम बताया।
सावित्री बाई फुले और बिरसा मुंडा पुस्तकालय का अवलोकन
टीम ने महिलाओं के लिए स्थापित सावित्री बाई फुले पुस्तकालय और बिरसा मुंडा पुस्तकालय का दौरा किया। इन पुस्तकालयों में महिलाओं और बच्चों के लिए सुसज्जित पुस्तकें और अध्ययन का वातावरण उपलब्ध है।
पुस्तकालय का दौरा करते समय आयोग के सदस्यों ने पढ़ाई कर रही महिलाओं से बातचीत की और उनकी समस्याओं और सुझावों को भी समझा। इस पहल से महिलाओं को शिक्षा और ज्ञान के माध्यम से सशक्त बनाया जा रहा है।
रागी मिशन: महिलाओं के रोजगार का एक अभिनव प्रयास
गुमला में रागी मिशन के अंतर्गत जिला रागी प्रोसेसिंग सेंटर और रागी मिलेट कैफे का भ्रमण किया गया। यह मिशन मोटे अनाजों को बढ़ावा देने और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
यहां दीदियों द्वारा तैयार किए जा रहे रागी लड्डू और अन्य उत्पादों का अवलोकन किया गया। प्रधानमंत्री जनजातीय नीति आयोग के अधिकारियों ने इस प्रयास को सराहते हुए महिलाओं को रोजगार प्रदान करने की इस पहल की तारीफ की।
जनजातीय समुदाय के लिए रोजगार और शिक्षा पर जोर
गुमला जिले में ये प्रयास जनजातीय समुदाय की महिलाओं और युवाओं को मुख्यधारा में लाने की दिशा में उठाए गए सराहनीय कदम हैं। विज्ञान केंद्र, पुस्तकालय, और रागी मिशन जैसे प्रोजेक्ट्स से:
- शिक्षा का प्रसार: बच्चों और महिलाओं को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल रही है।
- आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाओं को रोजगार के साधन और आत्मनिर्भरता का अवसर मिल रहा है।
- समाज में भागीदारी: इन प्रयासों से जनजातीय समुदाय का सामाजिक और आर्थिक विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
टीम के अन्य सदस्यों की भूमिका
दौरे के दौरान जिला योजना पदाधिकारी रमन कुमार, फेलो अविनाश पाठक, रमेश कुमार और अन्य संबंधित कर्मी उपस्थित थे। इन सभी ने टीम को योजनाओं की प्रगति और उनके प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
विकास की ओर एक कदम
प्रधानमंत्री जनजातीय नीति आयोग और जनजातीय कार्य मंत्रालय की यह पहल गुमला जिले के जनजातीय समुदाय के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण के माध्यम से इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर और प्रगतिशील बनाने का लक्ष्य स्पष्ट रूप से दिखता है। यह दौरा आने वाले समय में अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया