धनबाद : अपने बेबाक-बिंदास बोल के लिए माहिर इरफान अंसारी ने स्वास्थ्य विभाग संभालने से पूर्व ही बड़ी बात कह दी. उन्होंने निजी अस्पताल के प्रबंधनों के रवैए पर हमला करते हुए कहा कि निजी अस्पताल में इलाज के दौरान यदि किसी मरीज की मौत होती है तो, बिना बिल चुकाए शव परिजनों को सौंपना होगा। ऐसा नहीं करने वाले अस्पताल संचालकों पर कार्रवाई होगी। सोमवार को विधानसभा सत्र शुरू होने के पूर्व मंत्री की इस घोषणा का असर आनेवाले दिनों में दिख सकता है.
धनबाद के गोविंदपुर फकीरडीह चौक पर भारी भीड़ के बीच उन्होंने कहा कि इस संबंध में मंत्रालय की ओर से सभी जिलों के डीसी और एसपी को पत्र भेजा जाएगा। निजी अस्पताल को चाहे जितना भी नुकसान हो, उसे वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि पहले अस्पताल का बिल चुकाएं, फिर शव दें, हम इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
‘जामताड़ा स्वास्थ्य विभाग में कई ऐसे लोग हैं जो, फर्जी डिग्री लेकर काम कर रहे हैं’
इसके बाद मंत्री के जामताड़ा पहुंचने पर उन्होंने कहा कि जामताड़ा स्वास्थ्य विभाग में कई ऐसे लोग हैं जो, फर्जी डिग्री लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग फर्जी डिग्री लेकर काम कर रहे हैं, उन पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी और उन्हें जेल भी भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा है कि स्थानीय बेरोजगार युवाओं को स्वास्थ्य विभाग में काम करने का मौका दिया जाएगा। सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर मंत्री डॉ अंसारी ने कहा कि झारखंड के सभी सरकारी अस्पतालों को दिल्ली से बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। सरकारी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।