गुमला : – गुमला जिले में प्रोजेक्ट आशा के तहत मिर्गी (एपिलेप्सी) के लगभग 800 से अधिक मरीजों का वर्तमान में इलाज चल रहा है, और डॉक्टर्स द्वारा लगातार मरीजों का फॉलोअप किया जा रहा है। उपायुक्त की पहल से यह प्रयास जिले में मिर्गी के मरीजों के उपचार को सुनिश्चित करने और जागरूकता फैलाने के लिए किया जा रहा है।
आज प्रोजेक्ट आशा के तहत जिले के 100 से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHOs) को दिल्ली स्थित AIIMS के विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में एपिलेप्सी के लक्षण, मरीजों का सही उपचार, और अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा बिंदुओं पर चर्चा की गई।
गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का मुख्य उद्देश्य है कि गुमला जिले में मिर्गी के बारे में पूरी जागरूकता फैले, ताकि सभी मरीजों का निःशुल्क इलाज संभव हो सके। इसी उद्देश्य से, दिल्ली AIIMS के डॉक्टर्स द्वारा जिले में नियमित जांच शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है, ताकि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा मिल सके।
यह पहल जिले के सभी नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी का प्रभावी उपचार और जागरूकता संभव हो सके।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया