गुमला, झारखंड: बुधवार को गुमला जिला मुख्यालय में परियोजना निदेशक (PDITDA) रीना हांसदा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में होम डिलीवरी के बढ़ते मामलों, टीकाकरण की प्रभावशीलता, और सिकल सेल एनीमिया के उपचार समेत कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
होम डिलीवरी के समाधान पर जोर
रीना हांसदा ने बैठक के दौरान होम डिलीवरी के कारणों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यदि होम डिलीवरी भवनों की खराब स्थिति या अन्य बुनियादी ढांचागत समस्याओं की वजह से हो रही है, तो इन समस्याओं को तत्काल हल करना आवश्यक है। उन्होंने संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery) को बढ़ावा देने के निर्देश दिए, ताकि माताओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सिकल सेल एनीमिया और मिर्गी रोगियों की देखभाल
बैठक में सिकल सेल एनीमिया के अध्ययन और इसके बेहतर उपचार की स्थिति पर भी चर्चा हुई। मिर्गी के रोगियों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था पर जोर देते हुए हांसदा ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।
टीकाकरण को प्रभावी बनाने के निर्देश
नियमित टीकाकरण कार्यक्रम (Routine Immunization) को अधिक प्रभावी बनाने के लिए भी विशेष चर्चा हुई। रीना हांसदा ने कहा कि टीकाकरण से जुड़ी सभी योजनाओं का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, ताकि हर बच्चे को समय पर वैक्सीन मिल सके।
बैठक में उपस्थित अधिकारी और कर्मी
बैठक में गुमला के सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीपीएम हेल्थ, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी, और डॉक्टर्स मौजूद रहे।
समापन पर संदेश
रीना हांसदा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और लोगों तक इसकी आसान पहुंच सुनिश्चित करना विभाग की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी निर्देशों का पालन करते हुए मातृ और शिशु स्वास्थ्य के साथ अन्य योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया