गुमला: चैनपुर प्रखंड के सुदूरवर्ती PVTG (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह) गांव कच्चापाठ का आज परियोजना निदेशक, ITDA, रीना हांसदा ने दौरा किया। यह गांव मुख्य रूप से असुर और कोरबा जनजातियों का निवास स्थान है। दौरे के दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
बुनियादी सुविधाओं की कमी, जल्द समाधान के निर्देश
ग्रामीणों ने इस दौरान सड़क, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी को अपनी प्रमुख समस्याओं के रूप में सामने रखा। इस पर संज्ञान लेते हुए, परियोजना निदेशक ने प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गांव की स्थिति का गहन निरीक्षण भी किया और विकास कार्यों को गति देने पर बल दिया।
गांव में लगेगा विशेष शिविर, सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभ
परियोजना निदेशक ने घोषणा की कि होली त्योहार के बाद गांव में एक विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर के तहत स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे ग्रामीणों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं मिल सकें। साथ ही, सरकारी योजनाओं की जानकारी और लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
सड़क निर्माण कार्य के लिए सर्वे शुरू
गांव में सड़क निर्माण की मांग को देखते हुए सर्वे कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। ग्रामीणों की आवाज सुनते हुए, परियोजना निदेशक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यथाशीघ्र इस कार्य को पूरा किया जाए ताकि गांव को मुख्य सड़कों से जोड़ा जा सके।
“प्रशासन विकास के लिए प्रतिबद्ध” – रीना हांसदा
इस अवसर पर परियोजना निदेशक रीना हांसदा ने कहा,
“जिला प्रशासन नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।”
गांव के दौरे के बाद अधिकारियों को मिले निर्देशों से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कच्चापाठ और आसपास के क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार देखने को मिलेगा।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया