धनबाद : सिंदरी से भाजपा के विधायक इंद्रजीत महतो के बड़े बेटे की जहर खाने से मौत हो गई है। रविवार की सुबह जहर खाने के बाद उसका इलाज बरियातू के मेडिका अस्पताल में चल रहा था, जहां इलाज के दौरान सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई है। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए धनबाद के बलियापुर स्थित उनके आवास पर शव पहुंचने के बाद परिजनों का बुरा हाल था.उधर पिता इंद्रजीत महतो सकते में हैं. घटना की जानकारी पर विधायक समरी लाल, मथुरा प्रसाद महतो, विधायक बाबूलाल मरांडी सहित परिवार के परिचित और परिजन पहुंचे हैं।
विवेक मित्र के यहां सिल्ली आया था
बताया जा रहा है कि विधायक इंद्रजीत महतो का बड़ा बेटा विवेक कुमार महतो सिल्ली अपने किसी करीबी मित्र के यहां आया हुआ था। उसने वहीं रविवार की सुबह लगभग 10 बजे जहर खा लिया। जहर खाने की जानकारी मिलते ही उसे आनन-फानन में सिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां स्थिति नहीं सभंलने पर उसे देर शाम बरियातू स्थित मेडिका अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परीक्षा में फेल होने से वह डिप्रेशन में था
जानकारी के अनुसार विधायक इंद्रजीत महतो का बड़ा बेटा विवेक महतो गेट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसने बीटेक की पढ़ाई की थी और एमटेक की पढ़ाई के लिए एडमिशन की तैयारी कर रहा था। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली से परीक्षा देकर लौटा था और उस परीक्षा में वह पास नहीं हो सका था। बता दें कि विधायक इंद्रजीत महतो के तीन बच्चे हैं। इनमें दो बेटा और एक बेटी है। बड़े बेटे विवेक कुमार महतो की मौत जहर खाने से हुई है। कहा जा रहा है कि विधायक इंद्रजीत महतो का बड़ा बेटा विवेक अपने पिता की बीमारी और परीक्षा में फेल होने की वजह से परेशान में था। विधायक इंद्रजीत महतो का हैदराबाद में इलाज चल रहा है। वे लंबे समय से वहां भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि तनाव की वजह से विवेक ने यह कदम उठाया है।
इंद्रजीत महतो पिछले दो साल से हैदराबाद में हैं इलाजरत
बता दें कि सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो पिछले दो साल से हैदराबाद में इलाजरत हैं। मधुपुर उपचुनाव में प्रचार के दौरान वे कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसके बाद उनकी स्थिति गंभीर होती चली गयी। 12 अप्रैल 2021 को विधायक इंद्रजीत महतो को धनबाद के एशियन जालान अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने की सलाह दी थी। उनका आक्सीजन लेबल भी नीचे आ गया था। इसके बाद 17 अप्रैल 2021 को एयरलिफ्ट कर उन्हें हैदराबाद भेजा गया। तब से हैदराबाद में इलाज करवा रहे हैं।