गिरिडीह: जिले के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने अवैध पत्थर उत्खनन, अवैध बालू/कोयला/अभ्रक उत्खनन की रोकथाम के लिए पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए जिला खनन पदाधिकारी से कार्रवाई का ब्यौरा लिया। बैठक में सीसीएल के पट्टा क्षेत्र, वन क्षेत्रों हो रहे माइका अभ्रक के अवैध उत्खनन व अन्य क्षेत्रों में कोयले के अवैध उत्खनन व प्रेषण की रोकथाम व अन्य पर विचार विमर्श किया। डीसी ने बालू घाटों के संचालन एवं बालू के अवैध भंडारण-उठाव एवं परिवहन के संबंध में समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। इसके अलावा डीसी ने जिला खनन पदाधिकारी को अवैध खनन, परिवहन, भंडारण और खनिज लदे वाहनों की जांच करने के लिए सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
डीएमओ ने डीसी के समक्ष कार्रवाई का ब्योरा पेश किया
बैठक में डीसी ने कहा कि अवैध उत्खनन रोकने की दिशा में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी के साथ समन्वय बनाकर संबंधित विभाग कड़ा रुख अख्तियार करें। उन्होंने कहा कि जांच-पड़ताल के साथ छापेमारी अभियान चलाएं। छापेमारी के क्रम में मालवाहक ट्रकों के ई-वे बिल और परमिट की जांच करें। बैठक के दौरान जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में गिरिडीह जिला अंतर्गत कुल 50 पत्थर खनन पट्टे तथा 238 डीलर अनुज्ञप्ति संचालित है। उन्होंने बताया कि अवैध पत्थर उत्खनन में संलिप्त वाहनों की संख्या 38, जुर्माना वसूली में संलिप्त वाहनों की संख्या 35 व दर्ज प्राथमिकी की संख्या 05 तथा 3568010.00 रुपए की वसूली की गई है। इसी प्रकार बालू उत्खनन में संलिप्त वाहनों की संख्या 161, जुर्माना वसूली में संलिप्त वाहनों की संख्या 64 व दर्ज प्राथमिकी की संख्या 41 तथा 2673000.00 रुपए की वसूली की गई है। इसी प्रकार अवैध कोयला उत्खनन में संलिप्त वाहनों की संख्या 23 व दर्ज प्राथमिकी की संख्या 61 है। बैठक में मुख्य रूप से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, गिरिडीह जिला, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।