वाराणसी : भाजपा की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक में रविवार को वाराणसी में झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रविवार को शराब घोटाले पर मनीष सिसोदिया पर जमकर हमला बोला और इसका कनेक्शन झारखंड से भी जोड़ दिया. श्री मरांडी ने कहा कि हर गड़बड़ी करनेवाला यही बोलता है. झारखंड सरकार ने शराब की दुकानों का टेंडर निकाला फिर कैंसिल किया. इसके बाद दोबारा टेंडर निकाला. इस दौरान पता चला कि छत्तीसगढ़ की कुछ कंपनियों के मुताबिक टेंडर नहीं था. इसी वजह से ये फैसला किया गया. इसकी जानकारी होने पर अप्रैल 2022 में झारखंड के सीएम को पत्र लिखा कि गड़बड़ी हो रही है. उन्हें चेताया भी कि इससे राजस्व का नुकसान और घोटाला होगा, पर सरकार ने इसपर ध्यान नहीं दिया. नतीजा ये निकला कि झारखंड सरकार का शराब बिक्री से 2300 करोड़ के टारगेट से 700 करोड़ रुपए कम आये.
सिसोदिया की गिरफ्तारी से झारखंड सरकार डरी
मरांडी ने कहा कि जब मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई तब झारखंड सरकार में बैठे मंत्री और सीएम को भय पैदा हुआ. घोटाला तो हुआ पर और भी बड़ा घोटाला होनेवाला था. दिल्ली जिस कनेक्शन से जुड़ा हुआ है. केसीआर की बेटी से सीबीआई से पूछताछ हुई है. केसीआर और उनकी बेटी कविता भी रांची आए थे. लेकिन तबतक छत्तीसगढ़ की कंपनी को टेंडर मिल चुका था. ये पूरा एक ही नेक्सस है. कहा कि झारखंड शराब घोटाले की जिस दिन जांच होगी, तो बड़ा खेल सामने आएगा. 700 करोड़ का घोटाला तो सरकार ही मान रही है. मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है. अगर सीएम खुद को निर्दोष मानते हैं तो मामले को सीबीआई को सौंप देना चाहिए.
जांच एजेंसियों को मोदी जी ने तो बनाया नहीं है
सत्तापक्ष पर विपक्ष के सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप पर कहा कि आरोप तो वो लगाएंगे ही, क्योंकि उनलोगों ने गड़बड़ी की है. जांच एजेंसियों को मोदी जी ने तो बनाया नहीं है. आर्थिक गड़बड़ी होने पर एजेंसी का काम ही है जांच करना. अगर गड़बड़ी नहीं की है तो विपक्ष को डरना नहीं चाहिए, बल्कि उसका सामना करना चाहिए, यही वक्त का तकाजा है. मरांडी ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद झारखंड सरकार को भी इशारे में सावधान रहने का संकेत जरूर दे दिया है.