गिरिडीह : झारखंड राज्य टेट सहायक, अध्यापक समन्वय समिति, प्रदेश कमेटी के बैनर तले लंबे समय से मांग वेतनमान की आवाज के साथ दो किलोमीटर तक खचाखच भीड़ के साथ गिरिडीह सदर विधायक सुदिव्य कुमार सानू का आवास घेरा गया. भारी भीड़ के साथ वेतनमान की गुहार यात्रा निकाली गई और विधायक आवास तक पैदल मार्च किया गया इस दौरान एक मांग वेतनमान का नारा बुलंद किया।
सभास्थल पर विधायक को वार्ता करनी पड़ी
कुछ देर बाद विधायक ने 10 सदस्यीय वार्ता की एक टीम को वार्ता के लिए बुलाया. इसपर समन्वय समिति के सदस्यों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपको जो भी बात कहनी है तो, सभास्थल पर आएं. इसके बाद सबों के समक्ष विधायक आएं. सभास्थल को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि मैंने सचिव को वेतनमान के लिए पत्र लिखा है. सचिव और सभी उच्च पदाधिकारियों की उपस्थिति में टेट पास प्रतिनिधियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक होगी, जिसमें वेतनमान के फार्मूले पर बात की होगी।
आखिर सरकार ने क्यों की वादाखिलाफी…?
कहा गया कि सरकार ने वादाखिलाफी की है. महाधिवक्ता के प्राप्त परामर्श के आधार पर 14042 सहायक अध्यापक को सीधे वेतनमान दिया जाये, क्योंकि मुख्यमंत्री ने हर मंच से यह घोषणा करते हुए कहा था कि हमारी सरकार बनते ही तीन महीने के अंदर तमाम टेट पास सहायक अध्यापकों को वेतनमान दूंगा, लेकिन आज साढ़े तीन साल बीत जाने के बावजूद टेट पास को वेतनमान के बारे पहलकदमी नहीं हुई है. कई राज्यों ने जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पंजाब, त्रिपुरा आदि राज्यों में पूर्व से कार्यरत शिक्षकों को वेतनमान दिया गया है।
वेतनमान गुहार यात्रा में ये लोग थे शामिल
वेतनमान गुहार यात्रा में मिथिलेश उपाध्याय, झरीलाल महतो, संजय मेहता, मनोज शर्मा, सीमांत घोषाल, महेश मेहता, सज्जाद हुसैन, नफीस अख्तर, मुख्तार अंसारी, मिथलेश यादव, अरविंद कुमार, बासुदेव यादव, चंदन ठाकुर यदुवंशी, गौरव शशिकांत मिश्रा, सिकंदर राय, रोहित कुमार, ताहिर हुसैन, सरफराज अंसारी, कैलाश मेहता, बिनोद यादव, मनोहर कुमार वर्मा, भोला महतो, रियाजुल अंसारी, निरंजन कुमार, शौकत अली, बद्री नारायण शर्मा, चिंटू कुशवाहा, दीपक सिंह, दिलीप यादव, सुबल मंडल, गौतम मंडल, सहित हजारों सहायक अध्यापक शामिल थे।