गिरिडीह : गिरिडीह उपनगर के पंचबा-बुढ़वा आहार तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य की जांच गुरुवार को राज्य विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने किया। बताया गया कि लगभग तीन करोड़ की लागत से तालाब सौंदर्यीकरण कार्य में गुणवत्ता को लेकर कई संगठनों ने शिकायत की थी। मौके पर पहुंचे समिति के सदस्यों सह विधायक अमर बाउरी और नियेल तिर्की ने शिकायत सही पायी। सौंदर्यीकरण के काम में इस्तेमाल किए जा रहे रॉ मैटेरियल भी बेहद खराब क्वालिटी के थे, जबकि आठ एकड़ के बजाय तालाब के कुछ हिस्से में ही काम हो रहा था।
समिति के सदस्यों की मौजूदगी में ही शिकायतकर्ता व ठेकेदार आपस में भिड़े
समिति के सदस्यों ने साफ तौर पर कहा कि सौंदर्यीकरण कार्य प्राक्कलन के अनुरूप नहीं हो रहा है। सिर्फ हवा-हवाई में ही नगर निगम और ठेकेदार काम कर खानापूर्ति कर रहे हैं। जांच के लिए पहुंची समिति के सदस्यों की मौजूदगी में ही शिकायतकर्ता पंकज और ठेकेदार के लोग आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच जमकर बहसबाजी भी हुई। मौके पर एनआईपी के कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार को विधायक ने कड़े शब्दों में निर्देश देते हुए कहा कि अगर खराब क्वालिटी में काम हुआ तो हर हाल में दोषी अधिकारियों और ठेकेदार पर कार्रवाई होगी. काम की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। बताते चलें कि पचम्बा के इकलौते बुढ़वा आहार तालाब का सौंदर्यीकरण का काम केंद्र सरकार की अमृत योजना के फंड से कराया जा रहा है। नगर निगम की इस योजना का काम पचम्बा के ही प्रमोद साहू नामक ठेकेदार ने लिया है।