गिरिडीह : अपने जीवन में 40वीं बार रक्तदान करनेवाले सागर सिन्हा ने कहा कि रक्तदान महादान है. रक्तदान से कई अनजान जिंदगी संवर जाती है। ऐसे कुछ कम लोग ही होते हैं जो, दूसरों के लिए तन मन धन समर्पण की भावना रखते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक नेक कार्य अपने जीवन में करते आ रहा हूं. इसी निमित्त कार्य समाज सेवा के तहत आज 40वीं बार रक्तदान करने का मौका मिला है. मेरी यही सोच है कि असल जिंदगी में असल हीरो बनने के लिए कई नेक कार्य करने पड़ते हैं. लगातार नेक कार्य करना मेरा स्वभाव है. मेरी सोच यही है रक्त अनमोल है और इस अनमोल रक्त से कई अनमोल जिंदगी बच सकती है. उन्होंने कहा कि लोगों से यही निवेदन है कि अपनी कार्यशैली में रक्तदान को महत्व दें। लोक कल्याण के लिए आप रक्तदान खुद भी करें और आम लोगों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करें. इसमें कोई नुकसान नहीं है, बल्कि शरीर में नए खून फिर से आते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के कारण जो बीमारियां हैं, उससे लड़ने की क्षमता बढ़ती है और शरीर स्वस्थ रहता है. स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास संभव है.