सीआरपीएफ 135 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट सुभाष चन्द्र के नेतृत्व में सेना की गाड़ी से रांची से पार्थिव शरीर देवरी के लिए चला…जमुआ से देवरी तक 20 किमी सड़क पर दोनों और खड़े थे अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग…हर युवक के हाथ में तिरंगा और भारत माता के जयकारे से पूरा रास्ता गुंजायमान रहा…हर किसी की आंखें नम थीं…
गिरिडीह (कमलनयन) : जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के अवंतिपुरा में शनिवार को आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए देवरी के ढेंगाडीह के 28 वर्षीय शहीद जवान अजय राय का पार्थिव शरीर जम्मू-कश्मीर से वायु सेना के हेलीकॉप्टर से रविवार को रांची हवाई अड्डा पहुंचा, जहां से शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रांची सीआरपीएफ 135 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट सुभाष चन्द्र के नेतृत्व में रांची से सेना की गाड़ी से गिरिडीह के देवरी लाया गया। रांची से गिरिडीह आने के क्रम में भारत माता के इस वीर सपूत के पार्थिव शरीर का काफिला बगोदर से गुजरते हुए जमुआ पहुंचा। इस दौरान 20 हजार से अधिक की भीड़ साथ में देवरी के लिए चल पड़ी। हर युवक के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और भारत माता के जयकारे से पूरा रास्ता गूंजता रहा।
पार्थिव शरीर आने की खबर से गांव में हजारों की भीड़ जुटी
जिस किसी ने सुना कि देवरी का वीर सपूत का पार्थिव शरीर आ रहा है। लोग ढेंगाडीह गांव में जुटने शुरू हो गये। जवाल अजय राय के असमय खोने का गम, तो दूसरी तरफ भारत माता की रक्षा के लिए शहीद हुए सीआरपीएफ जवान अजय राय पर लोग का गर्व कर रहे थे. सीआरपीएफ के जवानों ने परम्परागत रिवाज के तहत तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को कांधा देते हुए सम्मान के साथ वाहन से नीचे उतारा और घर तक पहुंचाया।
शहीद अजय राय अमर रहे के नारों से गूंजता रहा पूरा गांव
पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, जमुआ विधायक केदार हाजरा, गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा, एसडीपीओ मुकेश महतो, भाजपा नेता दिनेश यादव, विनय शर्मा समेत काफी संख्या में नेता और अधिकारी पहुंचे थे। सीआरपीएफ की गाड़ी में शहीद का पार्थिव शरीर और फूलों से सजा वाहन और उनकी तस्वीर हजारों की भीड़ को एहसास कराने लिए काफी था, कि अजय राय की मौत सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि देश के लिए उनकी शहादत है। गांव में प्रवेश करते ही भारत माता के जयकारे लगने के साथ शहीद अजय राय अमर रहे का नारा गूंजता रहा। इस दौरान हर किसी की आंखें नम दिखी।
बेटे का पार्थिव शरीर देख पिता दहाड़ मार कर रोने लगे
जवान बेटे का शव जब पिता राजेंद्र राय ने देखा तो वो बेटे के शव से लिपट कर दहाड़ मार कर रोने लगे. काफी मुश्किल से पिता को भाजपा नेता विनय राय ने सम्हाला। शहीद अजय की पत्नी करिश्मा कुमारी की आंखों के आंसू सूख चुके थे, जो एक बार तो पति का शव देख कर रो पड़ी, लेकिन शहीद अजय के दो मासूम बेटों ने अपनी मां की आंखों से शायद आंसू ने छीन लिया था।
अन्नपूर्णा ने अजय की पत्नी को ढाढ़स बंधाया
इस दौरान जवान अजय की पत्नी करिश्मा और पिता को हिम्मत देने खुद केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा और सहायक कमांडेंट सुभाष चन्द्र आगे आए, और दोनों को हिम्मत दिलायी। कुछ देर के बाद शहीद जवान की अंतिम यात्रा शुरू हुई और गांव के मुक्तिधाम में उनके पार्थिव शरीर को उनके बड़े भाई मनोज राय ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सैनिकों ने हवाई फायरिंग कर शहीद को अंतिम सलामी दी।